मैं तुम्हें खड़ा होने लायक नहीं छोडूंगा...युवती से डॉक्टर ने की अभद्रता
ट्रामा में शौचालय के प्रयोग पर युवती से डॉक्टर ने की अभद्रता। मंत्री की नसीहत के बावजूद केजीएमयू में डॉक्टर व कर्मचारी नहीं सुधार रहे आचरण। दूसरे दिन भी हुई तीमारदार से अभद्रता। ।
लखनऊ, जेएनएन। तेरी स्टॉफ शौचालय में घुसने की हिम्मत कैसे पड़ गई। मैं तुम्हें यहां खड़ा होने लायक नहीं छोडूंगा...यह अल्फाज राजधानी स्थित ट्रामा सेंटर के एक डॉक्टर के हैं। मां का इलाज करवा रही युवती को सरेआम अपमानित किया और अभद्रता की। युवती ने मामले की लिखित शिकायत मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. एसएन शंखवार से की है।
बता दें, बीते दिनों ओपीडी में कैंसर पीडि़त महिला व उसके बेटे की पिटाई का मामला भी सामने आया था।खास बात यह है कि केजीएमयू में चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन उर्फ गोपाल द्वारा मरीजों व तीमारदारों से अच्छा व्यवहार करने की नसीहत देने के चौबीस घंटे के भीतर ही यह दो घटनाएं हुईं।
ये है पूरा मामला
दरअसल, जापलिंग रोड पर रहने वाली एक महिला के फेफड़े में ज्यादा दिक्कत बढ़ गई। ऐसे में उन्हें केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में इंसेंटिव क्रिटिकल केयर यूनिट (आइसीसीयू) में भर्ती करवाया गया। ट्रामा सेंटर में पब्लिक टाॅयलेट की हालत एकदम खस्ता है। शिकायतकर्ता अंशु का कहना है कि वह बीते दिनों स्टॉफ शौचालय में चली गई थी, ऐसे में यहां एक डॉक्टर ने उसे खूब फटकारा। उस समय जैसे-तैसे उसने माफी मांगकर मामले को रफा-दफा किया। क्योंकि मां की तबीयत को लेकर वह ज्यादा परेशान थी।
शुक्रवार को प्रथम तल पर वह न्यूरो सर्जरी के वार्ड में सार्वजनिक शौचालय में गई थी और फिर से वही डॉक्टर वहां मिल गया। इस बार बोले कि जहां मन होता है वहां शौचालय का प्रयोग करने पहुंच जाती हो। आखिर पांचवे तल पर मां भर्ती हैं तो पहले तल पर शौचालय प्रयोग करने क्यों आई? इस पर युवती ने कहा कि इतने गंदे शौचालय हैं जो कि चोक पड़े हैं, ऐसे में क्या करूं? शोर सुनते ही ट्रामा सेंटर में बड़ी संख्या में मरीजों के तीमारदारों की भीड़ जमा हो गई।
क्या कहते हैं मीडिया इंचार्ज ?
उधर, केजीएमयू के मीडिया इंचार्ज डॉ. सुधीर सिंह का कहना है कि यह युवती बिना अधिकृत पास के न्यूरो सर्जरी के पोस्ट ओपीडी वार्ड में चली गई थी। यहां पर मरीजों को संक्रमण हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर द्वारा आपत्ति जताई गई।