जब जागो तभी सवेरा। अब वक्त आ गया है जागने का। खुद के लिए और अपने शहर के लिए। आज मौका है अपनी आने वाली नई पीढ़ी के लिए कुछ करने का, ताकि हम अपनों को एक विकसित, सुरक्षित, सुनयोजित, शिक्षित और स्वच्छ शहर दें सकें। माय सिटी माय प्राइड महाभियान इस उद्देश्य के साथ शुरू किया गया है। इस महाभियान को लगातार पाठकों का शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है। फेसबुक के साथ शुरू की गई इस मुहिम पर लोग लगातार अपनी सिटी को रेट कर रहे हैं।
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देश के चुनिंदा दस शहरों में शुरू हुए इस अभियान में वाराणसी, लखनऊ, कानपुर, मेरठ, पटना, रांची, रायपुर, इंदौर, लुधियाना और देहरादून जैसे शहर शुमार हैं। अब तक के सर्वे रिजल्ट के अनुसार, सफाई के क्षेत्र में अपने झंडे गाड़ चुका इंदौर 3.68 रेटिंग के साथ नंबर वन पर चल रहा है, जबकि सबसे पीछे कानपुर है। कानपुर को अब तक केवल 2.89 रेटिंग अंक ही मिले हैं।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार के स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 में ही इंदौर को देश का सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मिल चुका है। इंदौर को सम्मानित करने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां पहुंचे थे। इंदौर का रिपोर्ट कार्ड देखें तो इकोनॉमी में 4.05, इन्फ्रा में 3.85, एजुकेशन 3.7 और हेल्थ में 3.55 और सुरक्षा में 3.25 रेटिंग अंक मिले हैं।
वाराणसी और रांची एक दूसरे से कड़ी प्रतिस्पर्धा करते हुए दिख रहे हैं। दोनों को ही 3.55 अंक मिले हैं। वाराणसी को सबसे ज्यादा अंक एजुकेशन और हेल्थ के क्षेत्र में मिले हैं। यहां पर उसे दोनों में ही 4.1 अंक हासिल हुए हैं। वहीं रांची को भी सबसे ज्यादा अंक शिक्षा के क्षेत्र में मिले है। इसको 3.85 रेटिंग अंक हासिल हुए हैं।
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इसके बाद छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को मिला है। रायपुर 3.41 अंक हासिल करके दूसरे स्थान पर काबिज है। रायपुर में कई योजनाएं चल रही हैं जिनका उसे यहां फायदा मिला है। उसकी अर्थव्यवस्था को पाठकों ने शानदार माना है। इसमें उसे सर्वाधिक 3.75 अंक मिले हैं।
लुधियाना को 3.20 अंक हासिल हुए हैं। मेरठ को अच्छे इंफ्रा का फायदा मिला है। उसे इंफ्रा पिलर में 4.9 अंक हासिल हुए हैं। लखनऊ भी ऊपर बढ़ने के लिए जद्दोजेहद करता दिखाई दे रहा है। उसको 3.15 अंक हासिल हुए हैं। लखनऊ को इकोनॉमी में सबसे ज्यादा अंक हासिल हुए हैं। उसको इसमें 3.5 अंक मिले हैं।
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बिहार की राजधानी पटना थोड़ा कमजोर नजर आ रहा है। उसकी वर्तमान रेटिंग 3.13 अंक है। उसको सबसे ज्यादा फायदा हेल्थ और शिक्षा के क्षेत्र में दिख रहा है। उसे स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों में ही 3.6 अंक मिले हैं। एम्स के बनने का फायदा साफ तौर पर पटना को दिखाई दे रहा है। पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करने वाला देहरादून 2.96 अंक हासिल कर चुका है। यहां के इंफ्रा को सभी ने सराहा है।
उसको इंफ्रा में सर्वाधिक 4.3 अंक मिले है। कानपुर के लोगों को अभी बहुत मेहनत करने की जरूरत है। वह 2.89 अंक हासिल करके सबसे पीछे है। कानपुर को इकोनॉमी में सर्वाधिक 3.35 अंक हासिल हुए हैं।
हमारी पाठकों से अपील है कि संकोच न करें, समस्या पहचानें, बताएं और शहर में बदलाव-विकास का माध्यम बनें। 'माय सिटी माय प्राइड' अभियान आप जैसे ही सजग, विचारशील नागरिकों के लिए है। इस पूरे महाभियान का लक्ष्य ही सभी की सहभागिता को सुनिश्चित करते हुए शहर की समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करना है ताकि हम, आप, प्रशासन और सरकार मिलकर इन समस्याओं का समाधान कर सकें। समस्याओं का समाधान करने के बाद ही एक खुशहाल समाज का निर्माण हो सकता है।
आइए, जागरण समूह के साथ अपने शहर, समाज और परिवार के लिए एक छोटी ही सही मगर सार्थक पहल की शुरुआत करें। यदि आपने अपने शहर को रेट कर लिया है तो अपने परिवार और दोस्तों को रेट करने के लिए कहें, ताकि हम और आप मिलकर अपने शहर को पूरा हक दिला सकें। इस मुहिम को आप वाट्सएप पर भी शेयर करें ताकि आपके शहर को मिल सकें सबसे ज्यादा वोट। अपने शहर को रेट करने के लिए बस आपको mycitymypride.com पर क्लिक करना है। अपना शहर चुनना है और कुछ साधारण से सवालों पर रेट करना है।
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By Krishan Kumar