लखनऊ के टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज में MBBS स्टूडेंट्स का हंगामा, इंटर्नशिप का मानदेय न मिलने पर किया प्रदर्शन; अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
लखनऊ के टी एस मिश्रा मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप कर रहे डॉक्टरों ने शनिवार को जमकर हंगामा किया। इन एमबीबीएस स्टूडेंट्स को मानदेय नहीं दिया गया है जिसका ये विरोध कर रहे हैं। सभी छात्र पहले अस्पताल के परिसर में नारेबाजी करते रहे।
लखनऊ, संवादसूत्र। सरोजनीनगर क्षेत्र स्थित टी एस मिश्रा मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप कर रहे डॉक्टरों ने शनिवार को जमकर हंगामा किया। इन एमबीबीएस स्टूडेंट्स को मानदेय नहीं दिया गया है जिसका ये विरोध कर रहे हैं। सभी छात्र पहले अस्पताल के परिसर में नारेबाजी करते रहे। मुख्य परिसर के अंदर प्रवेश रोकने के लिए कॉलेज प्रशासन ने सुरक्षा कर्मी लगाए गए थे, लेकिन सभी डॉक्टर गार्डों को धकेलते हुए अंदर चले गए।
सुरक्षाकर्मियों से हुई हाथापाई: टीएस मिश्रा कॉलेज में इंटर्नशिप कर रहे डॉक्टरों को मानदेय ना मिलने के कारण आक्रोशित हैं। ये सभी डॉक्टर अस्पताल परिसर में ही धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। मासिक मानदेय न दिए जाने पर सभी डॉक्टर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। हाथों में मानदेय की मांग का पोस्टर लिए सभी एमबीबीएस छात्र छात्राएं कॉलेज परिसर में प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद वे अंदर एडिशनल सीएमएस के पास जाने का प्रयास करने लगे। गेट पर सुरक्षा कर्मी लगाए गए थे। उनके रोकने पर डॉक्टर्स उनसे भिड़ गए और धक्का मुक्की करके अंदर घुस गए। वहीं डॉक्टरों ने एडिशनल सीएमएस के कार्यालय के बाहर भी जमकर नारेबाजी की।
अनिश्चितकालीन हड़ताल की धमकी: हाल ही में इन 109 छात्रों ने एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की है। ग्लोबल एसोसिएशन ऑफ इंडियन मेडिकल स्टूडेंट्स के स्टेट जनरल सेक्रेट्री डॉक्टर उत्कर्ष गुप्ता के मुताबिक सरकार की गाइड लाइन के अनुसार जिन छात्रों ने इंटर्नशिप चरण में प्रवेश किया है। उनको 12 हजार मासिक मानदेय दिया जाएगा और कई अस्पताल दे भी रहे हैं, लेकिन टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मैनेजमेंट ने इंटर्नशिप देने से साफ मना किया है। जिससे आक्रोशित इंटर्नशिप छात्रों में एमबीबीएस के 109 छात्र एकजुट होकर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए है। डॉक्टरों ने कहा है कि जब तक हम लोगों की मांगे पूरी नहीं होगी तब तक हम लोग अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे। इस संबंध में एडिशनल सीएमएस डॉ मनिक कुमार सक्सेना ने कहा कि इस बारे में हम कुछ नहीं कह सकते हैं, मैनेजमेंट का मसला है।