शहर की बदहाली पर महापौर ने अफसरों को फटकारा
महापौर ने सदन के निर्णय के बाद भी गन्ना मशीनें न हटाए जाने पर नाराजगी जताई। जलकल सचिव को भी फटकार लगाई गई।
लखनऊ[जागरण संवाददाता]। बुधवार को शाम पाच बजे से करीब साढ़े चार घटे चली बैठक में मेयर संयुक्ता भाटिया के सामने पार्षदों ने शहर की बदहाली का मुद्दा उठाया। पार्षदों ( कार्यकारिणी समिति के सदस्य) ने नगर निगम व जलकल के अधिकारियों को कठघरे में खड़ा कर दिया। बैठक में कुछ पार्षदों व अधिकारियों के बीच तकरार भी हुई और शौचालय निर्माण के मुद्दे पर एक अधिकारी ने एक पार्षद से कह दिया कि सब अपनी बात कहेंगे कि कुछ हमारी भी सुनेंगे। बैठक में कार्यकारिणी उपाध्यक्ष अरुण तिवारी ने तमाम मुद्दों पर चर्चा की।
महापौर ने सदन के निर्णय के बाद भी गन्ना मशीनें न हटाए जाने पर नाराजगी जताई। बैठक में मौजूद पर्यावरण अभियंता से रिपोर्ट तलब की गई तो वह बंगले झाकने लगे। उन्होंने कहा कि सदन के बाद चार्ज लिया था, इसलिए उन्हें इस आदेश की जानकारी नहीं है, जिस पर भाजपा पार्षद दल के उपनेता रामकृष्ण यादव ने पर्यावरण अभियंता से कहा कि आठ अप्रैल को चार्ज लिया था और 16 अप्रैल को सदन के आदेश दिए गए थे क्या अपने उसे पढ़ना जरूरी नहीं समझा? क्या आप सदन का मखौल उड़ा रहे हैं ? जिस पर महापौर ने 20 मई तक सारी मशीनें हटाने को कहा। जलकल सचिव को भी लगाई फटकार
बैठक में दिए गए मिनट्स न लिखने पर महापौर ने जलकल सचिव को भी फटकार लगाई गई। महापौर ने कहा कि आप सिर्फ हर बात पर हो जाएगा, हो जाएगा कर सिर हिला रहे है, और लिख कुछ नहीं रहे और फिर कहेंगे कि मैं भूल गया था। महापौर ने लोक मंगल दिवस की समीक्षा करते हुए सारे जोनल अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की। जोन-1 के जोनल अधिकारी मुनेंद्र सिंह राठौर को रिपोर्ट के साथ न आने पर फटकार भी लगाई। महापौर ने जोनल अधिकारियों से कहा कि लोक मंगल पर आई शिकायतें समय से निस्तारण कराई जाए। आदेश से ज्यादा हुई रोड कटिंग तो नपेंगे संबंधित कंपनी या ठेकेदार
महापौर ने कहा कि रोड कटिंग अगर आदेश से ज्यादा की गई हैं तो संबंधित अवर अभियंता के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के साथ संबंधित कंपनी या ठेकेदार के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया जाए। साथ ही रोड कटिंग की अनुमति एवं नक्शे की कॉपी संबंधित पार्षद को भी उपलब्ध करवाई जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि स्वीकृत स्थान पर ही रोड कटिंग हो। कम वसूली पर हो कार्रवाई
कम राजस्व वसूली पर भी महापौर ने नाराजगी जताई और लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। महापौर ने जोनल अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि पिछले वर्ष जब वसूली के लिए कम कर्मचारी थे तो ज्यादा वसूली हुई और इस बार ज्यादा कर्मचारी है तो कम वसूली कैसे हुई। कूड़ा प्रबंधन पर नाराजगी
कूड़ा प्रबंधन का काम देख रही ईकोग्रीन के कार्यो की समीक्षा में महापौर ने कहा कि सदन में हुए निर्णय का पालन नहीं किया गया और हर जोन में चयनित पाच वार्डो में काम चालू नहीं हो सका। महापौर ने एक माह से चयनित पाच-पाच वार्डो में शत प्रतिशत कलेक्शन करने को कहा। शौचालय निर्माण में पैसा लेने का आरोप, जाच कराने की माग
शौचालय निर्माण में पैसा लेने की महापौर को शिकायत मिली थी जिसपर महापौर को संबंधित अधिकारी को तलब कर पूरा प्रकरण पूछा। जोनल अधिकारी संजय ममगई ने कहा पूरा प्रकरण उनके मेरे संज्ञान में है। महेश शर्मा ने अपना शौचालय बढ़ा कर बनवाया था, इसलिए उसने पैसा दिया था। महापौर ने कार्यकारिणी समिति के उपाध्यक्ष अरुण तिवारी से पार्षदों की कमेटी से जाच कराने को कहा। बैठक में अपर नगर आयुक्त मनोज कुमार, अनिल मिश्र, कार्यकारिणी समिति के उपाध्यक्ष अरुण तिवारी भी मौजूद थे।