कुर्बानी के बजाय उसकी रकम गरीबों में बांटे: मैलाना खालिद रशीद
मैलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने ईद-उल-अजहा की एडवाइजरी जारी की कहा घरों में अदा करें नमाज।
लखनऊ, जेएनएन। इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने गुरुवार को एडवाइजरी जारी कर प्रशासन के नियमों के तहत त्योहार मनाने की अपील की। मौलाना ने कहा कि ईद-उल-अजहा पर सभी को अपनी हैसियत के हिसाब से कुर्बानी करनी चाहिए। कोरोना संक्रमण से बचने और सरकार द्वारा बनाई गई एडवाइजरी का पालन करते हुए सभी को घरों में नमाज अदा करनी चाहिए। कुर्बानी के बजाय उसकी रकम गरीबों में देकर खुदा की इबादत कर सकते हैं। जहां हालात ठीक हैं वहां उन्हीं जानवरों की कुर्बानी जायज है तो कानूनी रुप से पाबंद नहीं है।
उन्होंने कहा कि ईद-उल-फित्र और जुमे की नमाज के दौरान मुस्लिम समाज ने प्रशासन के नियमों का पालन कर एक संदेश दिया है। कोरोना संक्रमण काल में प्रशासनिक व्यवस्था के अनुरूप काम करके हम एक बार फिर समाज को एक नया संदेश दे सकते हैं। उन्होंने कहाकि कुर्बानी के स्थान पर पांच से अधिक लोग न एकत्र हों। सभी को सैनिटाइजर और मास्क का प्रयोग करके खुद के साथ समाज की फिक्र भी करें। जिलहिज्ज की पहली तारीख शुरू हो गई है। अंतिम तीन दिन एक, दो और तीन अगस्त को कुर्बानियों का दौर शुरू होता है। ऐसे में सभी लोग कोरोना संक्रमण से बचने के उपायो के साथ ही बाजार मेें जाएं। जहां पूरी तरह से लॉकडाउन चल रहा है वे घरों में अल्लाह की इबादत करें। कुर्बानी से निकलने वाली गंदगी को वाजिब स्थान पर फेंके जिससे लोगों को बुरा न लगे और गंदगी से शहर को साफ किया जा सके। मौलाना ने 16 सूत्री एडवाइजरी जारी कर सभी से कोरोना संक्रमण को रोकने में प्रशासन के साथ भागीदारी निभाने की अपील की है। काजी-ए-शहर मौलाना मुफ्ती इरफान मियां फिरंगी महली ने कहाकि प्रशासन के बताये नियमों का पालन करें। जिलहिज्ज की पहली तारीख गुरुवार से शुरू हो गई। 10वें दिन ईद-उल-अजहा यानि बकरीद मनाई जाएगी।