कैराना उपचुनाव में राजनीतिक दलों के साथ मौलानाओं ने भी भाजपा के खिलाफ खोला मोर्चा
जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने साफ कहा है कि नरेंद्र मोदी सरकार से पूरा इंडिया परेशान है। इस मामले में अब मुसलमान गंभीर हो जाएं और कैराना व नूरपुर में विपक्ष के गठबंधन को वोट दें।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में कैराना लोकसभा के साथ बिजनौर के नूरपुर विधानसभा उपचुनाव में पांच राजनीतिक दलों के साथ ही अब तो मौलानाओं ने भी भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यहां पर मतदान के तीन दिन पहले मौलाना भाजपा के खिलाफ मतदान करने को फतवा जारी कर रहे हैं।
कैराना लोकसभा और नूरपुर में हो रहे विधानसभा के उपचुनाव में 28 मई को मतदान होना है। इसके पहले ही भाजपा के प्रत्याशियों के खिलाफ पांच राजनीतिक दलों में महागठबंधन तैयार किया है। इनके साथ ही अब मौलाना भी आ गए हैं। मौलाना कैराना में मृगांका तथा नूरपुर में अवनी सिंह के खिलाफ के मतदान की अपील कर रहे हैं। इन लोगों ने तो बाकायदा फतवा जारी कर दिया है।
जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मौलाना हसीब सिद्दीकी ने बयान दिया कि अगर भाजपा को हराना है तो मुसलमानों को तबस्सुम को वोट करना चाहिए। मौलाना ने विपक्षी पार्टियों के गठबंधन का समर्थन करते हुए कहा कि मोदी सरकार से सब परेशान हैं। मौलाना ने यह भी कहा कि जिस-जिस जगह चुनाव होने जा रहे हैं, वहां भी मुसलमान अपने वोट का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें ताकि सामने वाले का मतदान प्रतिशत कम होने से भाजपा को फिर खड़े होने का मौका न मिले।
प्रदेश में गर्मी की तरह ही इस चुनाव से सियासी पारा भी बढ़ता जा रहा है। कैराना उप चुनाव को लेकर फतवों की नगरी देवबंद से भाजपा के खिलाफ सियासी स्वर उभरे हैं। स्वर देवबंदी उलेमा के हैं, जो समाजवादी पार्टी व राष्ट्रीय लोकदल के गठबंधन के पक्ष में आए हैं और भाजपा प्रत्याशी वोट न देने की बात कही गई है। उलेमा ने साफ कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से पूरा देश और सियासी जमात परेशान है। इस उपचुनाव मे भाजपा के पक्ष में कतई मतदान न किया जाए।
देवबंदी उलेमा, जमीयत उलेमा ए हिन्द के कोषाध्यक्ष मौलाना हसीब सिद्दकी ने कैराना उप चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार से उम्मीद नहीं की जा सकती है कि वह मुल्क के सभी लोगों के फायदे की बात करें। इस चुनाव में जो गठबंधन तैयार हुआ और एक प्लेटफार्म बनाया है, वह एक अच्छी शुरूआत है। उन्होंने कहा कि जहां जहां भी चुनाव हो रहे हैं या आगामी दिनों में होने हैं, वहां के लोगों को चाहिए कि अपना वोट का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें ताकि भाजपा को फिर से खड़ा होने का मौका न मिले।
मौलाना हसीब सिद्दकी ने कहा कि स्वर्गीय बाबू हुकुम सिंह एक अच्छी शख्सियत थे, वह कांग्रेस में भी रहे है। सियासत में आदमी का कोई मजहब नहीं होता है और वह चलती गाड़ी में बैठता है। हुकुम सिंह भी समय बदलने के साथ ही उसमें बैठ गए, लेकिन उनका पूरा परिवार कांग्रेसी है। उन्होंने कहा कि आज उनकी बेटी मृगांका सिंह कैराना सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ रही है। लोगों का ध्यान रखना चाहिए कि वह भाजपा की प्रत्याशी है, इसलिए भाजपा को अगर हराना है तो मुसलमानों को गठबंधन प्रत्याशी तबस्सुम हसन को ही वोट देना चाहिए। मौलाना ने कहा कि रमजान का महीना चल रहा है, भीषण गर्मी भी पड़ रही है, लेकिन इसके बावजूद मुसलमान ज्यादा से ज्यादा वोट डालने के लिए अपने घरों से बाहर निकले।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने साफ कहा है कि नरेंद्र मोदी सरकार से पूरा इंडिया परेशान है। इस मामले में अब मुसलमान गंभीर हो जाएं और कैराना व नूरपुर में विपक्ष के गठबंधन को वोट दें। मतदान से पहले जमीयत उलेमा-ए-हिन्द ने नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ फतवा जारी किया है। जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के मौलाना हसीब सिद्दीकी ने कहा है कि मोदी सरकार से पूरा इंडिया परेशान है। विपक्ष ने जो गठबंधन बनाया है वो अच्छा है। रमजान का महीना है, मुसलमानों को चाहिए कि जहाँ भी चुनाव हो वहां वोट करें और मुल्क को आगे ले जाने में विपक्ष की मदद करें।
प्रदेश के शामली जिले में कैराना लोकसभा व बिजनौर में नूरपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 28 मई को मतदान होना है। कैराना में आरएलडी प्रत्याशी तबस्सुम के सामने भाजपा की प्रत्याशी दिवंगत सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह हैं। इनके बीच सीधी टक्कर है। वहीं, नूरपुर में समाजवादी पार्टी ने नईम उल हसन को मैदान में उतारा तो भाजपा ने स्वर्गीय लोकेंद्र सिंह की पत्नी अवनी सिंह पर भरोसा जताया है।