Weather Update : यूपी में मौसम के बिगड़े मिजाज से 30 लोगों की मौत, कई जिलों तेज बारिश व गिरे ओले
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिजली गिरने से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सभी दिवंगत के परिवारीजन को चार-चार लाख की राहत राशि वितरित करने का निर्देश दिया है।
लखनऊ, जेएनएन। मौसम के करवट बदलने से उत्तर प्रदेश के 23 जिलों में बारिश और ओले गिरे। राज्य के विभिन्न जिलों में आये आंधी-तूफान और बिजली गिरने से 30 लोगों को जान गंवानी पड़ी। कन्नौज और उन्नाव में छह-छह लोगों की मौत हो गईं। इसके अलावा आगरा में तीन, रायबरेली में तीन, प्रतापगढ़ में दो, प्रयागराज में तीन, कानपुर, कौशांबी, गोंडा, लखीमपुर खीरी, मुजफ्फरनगर में एक-एक और मैनपुरी में दो व्यक्तियों की मृत्यु हुई। पीलीभीत में बिजली गिरने से नौ लोग झुलस गए। फीरोजाबाद में 10, आगरा में नौ और पीलीभीत में एक व्यक्ति घायल हुआ। मैनपुरी में 20, फीरोजाबाद में 17 और आगरा में 10 पशुओं की भी जान ले ली। फीरोजाबाद में 13 कच्चे मकान और आगरा में तीन कच्चे घर व एक झोपड़ी क्षतिग्रस्त हुई। आंधी तूफान से आगरा के ताज महल के साथ अन्य स्मारकों को भी नुकसान हुआ है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिजली गिरने से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सभी दिवंगत के परिवारीजन को चार-चार लाख रुपये की राहत राशि तत्काल वितरित करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के शोकसंतप्त परिवारीजन के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने अधिकारियों को दैवी आपदा से प्रभावित लोगों को राहत और मदद पहुंचाने का कार्य पूरी तत्परता से करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि इस आपदा में घायल हुए लोगों का समुचित उपचार कराया जाए।
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार मौसम के बिगड़े मिजाज से आगरा में नौ लोग घायल हुए, नौ पशु मरे, तीन कच्चे मकान और एक झोपड़ी क्षतिग्रस्त हुई। पीलीभीत में एक व्यक्ति घायल हुआ है जबकि मैनपुरी में 20 पशु मरे। जिन जिलों में बारिश हुई है उनमें आगरा, हाथरस, मैनपुरी, बरेली, पीलीभीत, कानपुर नगर, कानपुर देहात, औरैया, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, मुजफ्फरनगर, हरदोई और लखनऊ, आंबेडकरनगर आदि जिले शामिल हैं जबकि कन्नौज में वर्षा के साथ ओले गिरने की भी खबर है।
कानपुर में पिछले कई दिनों से जारी प्रचंड गर्मी के सितम के बीच शनिवार को तेज बारिश ने राहत दी। हालांकि, कई जगह यही बारिश आफत भी बन गई। कन्नौज में किशोर समेत छह लोगों की मौत हो गई। जबकि चार लोग घायल हो गए। ओलावृष्टि व बारिश से फसलों को भी नुकसान हुआ है। कानपुर के घाटमपुर और बिल्हौर क्षेत्र में जायद की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। उन्नाव के सफीपुर, परियर में में 100 ग्राम से अधिक वजन के ओले गिरे। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार ओलावृष्टि से मक्का की फसल को फायदा हुआ है, जबकि सब्जियों व मूंग की फसल को नुकसान पहुंचा है। खरबूजा और तरबूज की पैदावार को नुकसान हुआ है।
एक ओर जहां, तमाम जिलों में आंधी, बारिश से काफी नुकसान पहुंचा है वहीं, बुंदेलखंड में बारिश का असर नहीं दिखा। शनिवार को बांदा में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अवध में शनिवार को मौसम ने करवट बदली। शाम को कई जिलों में शहर से लेकर गांव तक तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। इस दौरान में तीन और गोंडा में एक व्यक्ति की मौत हो गई। तीन लोग घायल हो गए।
ताज को पहुंचा है काफी नुकसान : आगरा में शुक्रवार देर शाम तूफान की तबाही के साथ शुरू हुआ बारिश का सिलसिला रुक-रुककर शनिवार की सुबह तक चलता रहा। वहां तीन लोगों की मृत्यु हो गई। तूफान से ताजमहल के साथ अन्य स्मारकों को भी नुकसान पहुंचा है। आगरा में 24 घंटे में 39 एमएम बारिश दर्ज की गई है। शनिवार सुबह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों ने ताज को पहुंचे नुकसान का जायजा लिया। संगमरमरी रेलिंग के आठ और रेड सैंड स्टोन की जाली के तीन पत्थर टूट गए हैं। चमेली फर्श पर लगी संगमरमर की बेंच भी टूट गई है, जबकि यहां पर्यटकों को यमुना किनारा की तरफ जाने से रोकने को लगी वुडन व स्टेनलेस स्टील की रेलिंग भी क्षतिग्रस्त हुई है।
ताजमहल और सिकंदरा को पहुंची क्षति : ताज में पश्चिमी गेट के दरवाजे की चूल फंसाने का खांचा टूट गया है। ताज के अलावा मुगल सम्राट अकबर का मकबरा सिकंदरा तूफान से प्रभावित हुआ है। मरियम टांब व मेहताब बाग में चाहदीवारी के ऊपर पेड़ गिरे हैं। अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि ताजमहल और सिकंदरा को तूफान ने नुकसान पहुंचाया है। ताजमहल को पहुंचे नुकसान का जायजा लेने को शनिवार दोपहर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की महानिदेशक वी. विद्यावथी दिल्ली से आगरा पहुंचीं। उन्होंने ताजमहल का निरीक्षण कर नुकसान जाना और स्मारकों को पहुंचे नुकसान की रिपोर्ट मांगी। उन्होंने स्मारक में प्रस्तावित कार्यों की जानकारी भी अधिकारियों से ली।
प्रयागराज वज्रपात से दो महिलाओं सहित चार की मौत : प्रयागराज में भी शनिवार को शाम को अचानक मौसम बदला। धूल भरी आंधी और बारिश भी हुई। इस दौरान वज्रपात होने से अलग-अलग स्थानों पर चार लोगों की जान चली गई। प्रयागराज के फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के अतरौरा गांव में वज्रपात की चपेट में आने से किसान दिलीप सरोज उर्फ पप्पू (40) की मौत हो गई। इसी तरह प्रतापगढ़ के मानिकपुर थाना क्षेत्र के मिरगड़वा गांव की रेहाना (45) पर महुआ के पेड़ की डाल गिरने से जान चली गई। बजहा भीट गांव की शीला देवी पत्नी बब्लू ने वज्रपात की चपेट में आने से दम तोड़ दिया। कई लोग घायल भी हुए हैैं। कौशांबी के सैनी के अमिरतापुर गांव में वज्रपात के कारण 48 वर्षीय फूल सिंह की मौत हो गई, जबकि किशोरी गंभीर रूप से झुलस गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।