बहराइच में जर्जर मकान भड़भड़ाकर का ढहा, मलबे में दबे चार मजदूर; तीन गंभीर
बहराइच के डालमिया धर्मशाला के पास स्थित मोहल्ला ब्रह्मणिपुरा का मामला। जर्जर भवन को गिराने का चल रहा था काम। इसी दौरान अचानक भड़भड़ाकर कर ढहा मकान मलबे में दबे मजदूर। चींखें सुनकर मौके पर भागे लोग सभी को कराया गया अस्पताल में भर्ती।
बहराइच, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के बहराइच में एक जर्जर मकान को गिराते वक्त अचानक छत गिर गई। इस दौरान काम कर रहे हैं तीन मजदूर दब गए। चीख-पुकार सुनकर आस-पास के लोग मौके पर दौड़े। पुलिस व दमकल विभाग को सूचना दी गई। आननफानन में सभी घायलों को बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ये है पूरा मामला
मामला नगर कोतवाली क्षेत्र के ब्राह्मणीपुरा मुहल्ले का है। यहां के निवासी अश्वनी कुमार अपना जर्जर मकान मजदूरों से तोड़वा रहे थे। चार मजदूर छत पर चढ़कर ईंटें गिराने गए थे। इसी दौरान पूरा मकान भड़भड़ाकर ढह गया। इसमें मजदूर दब गए। चींख-पुकार सुनकर पड़ोस के लोग मदद के लिए आ गए। आधे घंटे के अथक प्रयास के पास मलबे में दबे मजदूरों को बाहर निकाला गया। इनमें फखरपुर थाना क्षेत्र के कस्बा निवासी लालबहादुर व सहजराम के अलावा सीतापुर जिले के थानगांव थाना क्षेत्र के चहलारी निवासी रामकुंवर, शिवनारायण घायल हुए हैं। इन्हें मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
ध्वस्तीकरण की नहीं ली अनुमति
जर्जर मकान ढहाने की अनुमति मकान मालिक ने नगरपालिका परिषद से नहीं ली। यहां तक सुरक्षा के मानकों का भी पालन नहीं किया गया, जिससे मजदूर हादसे का शिकार हो गए।
आवाज सुनकर घर के बाहर भागे लोग
मकान का मलबा गिरने की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के घरों के लोग बाहर निकल आए। चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों की समय पर मदद मिलने से मजदूरों की जान बच गई।
क्या कहते हैं अधिशाषी अधिकारी ?
अधिशाषी अधिकारी नपाप पवन कुमार के मुताबिक, गाजियाबाद में हुए हादसे के बाद जर्जर भवनों को चिह्नित किया जा रहा है। ब्राह्मणीपुरा में पुराने भवन ध्वस्तीकरण की अनुमति नहीं ली गई थी। इसकी जांच की जाएगी।