होटल के कमरे में लटकता मिला बेटा, Suicide नाेट में लिखीं ये बातें Lucknow News
मृतक आश्रित कोटे के तहत पिता की मौत के बाद सिपाही भर्ती के लिए आया था। होटल के कमरे में पंखे से लटकता मिला युवक।
लखनऊ, जेएनएन। सिपाही भर्ती की दौड़ में हारे 24 वर्षीय युवक ने राजधानी के एक होटल के कमरे में फांसी लगा ली। मृतक की मां के काफी देर तक दरवाजा पीटने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला। दरवाजा तोड़कर कमरे में दाखिल हुए तो अंदर का मंजर देख सभी के होश उड़ गए। चादर से पंखे के सहारे युवक का लटक रहा था। वह मृतक आश्रित कोटे में सिपाही भर्ती परीक्षा की दौड़ में प्रतिभाग करने आया था। घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट में मृतक ने खुद को मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
ये है पूरा मामला
मामला चारबाग के गीत पैलेस होटल का है। इंस्पेक्टर नाका सुजीत कुमार दुबे के मुताबिक, मृतक नवीन गाजियाबाद वैशाली स्थित 41वीं वाहिनी पीएसी बटालियन के रहने वाले थे। नवीन के पिता रकम पाल पीएसी में सिपाही के पद पर तैनाती के दौरान तीन साल पहले हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। महानगर स्थित 35 वाहिनी पीएसी में मृतक आश्रित कोटे में सिपाही भर्ती परीक्षा की दौड़ में प्रतिभाग करने आया था। गुरुवार को दौड़ की परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो सका था। इसके बाद वह चारबाग स्थित गीत पैलेस होटल के कमरा नंबर 101 में रुका था। शुक्रवार सुबह नवीन की मां सुशीला देवी और मामा राहुल पहुंचे। होटल के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद होने पर काफी देर खटखटाते रहे। कोई जवाब न मिलने पर दरवाजा तोड़ा गया। कमरे में पंखे से चादर के सहारे नवीन का शव लटका देख वह अवाक रह गई। पुलिस ने फंदे से शव को उतारा। कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ।
सुसाइड नोट में लिखी ये बातें
सुसाइड नोट में लिखा था - 'मैं दौड़ नहीं सका, शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं हूं। मैं सिपाही नहीं बन पाऊंगा। इस कारण आत्महत्या कर रहा हूं। अपनी मौत का खुद जिम्मेदार हूं। किसी का कोई दोष नहीं है। मां अपना ख्याल रखना आपसे बहुत प्यार करता हूं।'नवीन के मामा राहुल ने बताया कि परिवार में नवीन की तीन बहनें शादीशुदा और एक छोटा भाई ईशू है। पोस्टमाॅर्टम के बाद परिवारीजन शव लेकर चले गए।
मेडिकल के दस्तावेज लेकर पहुंची मां, तो फंदे पर लटका मिला लाल का शव
गुरुवार देर शाम नवीन ने अपनी मां सुशीला को फोन किया था। उसने फोन कर मां से मेडिकल के कुछ दस्तावेज लेकर आने को कहा था। मां और मामा गाजियाबाद से दस्तावेज लेकर शुक्रवार सुबह लखनऊ पहुंचे। तबतक यहां कमरे में उनका बेटा फांसी लगा चुका था।