वारंटी को थाने में बंदकर पुलिस ने पीटा, हालत बिगड़ी तो ट्रॉमा सेंटर में कराया भर्ती
पीड़ित के बेटे का आरोप- मुंह बंद रखने के लिए दिया था पैसे का ऑफर। सांसद मोहनलालगंज कौशल किशोर ने जाना पीड़ित का हाल।
लखनऊ/हरदोई(जेएनएन)। हरदोई के बघौली पुलिस पर एक वारंटी को थाने में बंदकर पीटने का आरोप है। वारंटी को पुलिस ने इस कदर पीटा कि वह ट्रॉमा सेंटर में जिंदगी और मौत के बीच की जंग लड़ रहा है। पीड़ित का हाल लेने सांसद मोहनलालगंज कौशल किशोर सोमवार शाम पहुंचे। उन्होंने उच्चाधिकारियों से आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की। साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर पीडि़त परिवार को न्याय दिलाया जाएगा।
ये है पूरा मामला
बघौली थाना क्षेत्र स्थित परनवां गांव निवासी मदनपाल (45) के छोटे भाई रामकिशोर की पत्नी रेनू ग्राम प्रधान हैं। मदनपाल का न्यायालय से वारंट था। बेटे निर्भय के मुताबिक, पुलिस ने थाने में बंद कर उसके पिता मदनपाल की जमकर पिटाई कर दी, जिससे उनकी हालत बिगड़ गई। पहले जिला अस्पताल हरदोई में भर्ती कराया, वहां से डॉक्टरों ने ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया, जहां उपचार चल रहा है। हालत गंभीर है।
बेटे ने कहा- पुलिस ने मुंह बंद रखने को दिया पैसे का ऑफर
पीडि़त मदनपाल के बेटे निर्भय का आरोप है कि बघौली थाने के एक दारोगा ने पूरी घटना पर पर्दा डालने के एवज में मुंह मांगे पैसे देने की बात कही, उसने बताया कि अगर दारोगा को सामने लाया जाए तो पहचान भी कर लेगा। लेकिन निर्भय भी बघौली पुलिस से इसकदर डर गया है कि ट्रॉमा में दारोगा के पहुंचते ही वह सांसद कौशल किशोर के पीछे दुबककर खड़ा हो गया। हालांकि एसओ बघौली ने आरोप को गलत बताया है।
क्या कहते हैं पुलिस अफसर
हरदोई पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी का कहना है कि पुलिस पर मारपीट का आरोप गलत है। डॉक्टरों ने बताया है कि मदनपाल के ब्रेन हैमरेज हुआ है। अगर परिवार वाले पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए तहरीर देंगे तो मामले की जांच कराई जाएगी। जांच में अगर पुलिसकर्मी दोषी पाए जाएंगे तो एफआइआर दर्जकर कार्रवाई की जाएगी।