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लखनऊ विश्वविद्यालय कृषि क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं पर करेगा शोध, इन बिंदुओं पर अध्ययन

लखनऊ विश्वविद्यालय जल्द ही कृषि क्षेत्र में काम करने वाली श्रमिक महिलाओं पर शोध करेगा। इस दौरान उनकी आर्थिक स्थिति समस्याएं रहन-सहन सहित उनके विकास की संभावनाओं पर अध्ययन होगा। रिसर्च एंड डेवलपमेंट योजना के तहत इसके लिए एप्लाइड इकोनामिक्स विभाग के प्रोफेसर बिमल जायसवाल को शोध प्रोजेक्ट मिला है।

By Dharmendra MishraEdited By: Published: Sun, 30 Jan 2022 11:15 AM (IST)Updated: Sun, 30 Jan 2022 03:09 PM (IST)
लखनऊ विश्वविद्यालय कृषि क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं पर करेगा शोध, इन बिंदुओं पर अध्ययन
लखनऊ विश्वविद्यालय कृषि क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं पर करेगा शोध।

लखनऊ, जासं।  लखनऊ विश्वविद्यालय जल्द ही कृषि क्षेत्र में काम करने वाली श्रमिक महिलाओं पर शोध करेगा। इस दौरान उनकी आर्थिक स्थिति, समस्याएं, रहन-सहन सहित उनके विकास की संभावनाओं पर अध्ययन किया जाएगा। राज्य सरकार की रिसर्च एंड डेवलपमेंट योजना के तहत इसके लिए विश्वविद्यालय के एप्लाइड इकोनामिक्स विभाग के शिक्षक प्रोफेसर बिमल जायसवाल को शोध प्रोजेक्ट मिला है। इस कार्य के लिए तीन लाख 30 हजार रुपये का अनुदान भी स्वीकृत किया गया है। जल्द ही यह कार्य शुरू हो जाएगा।

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देश की 80 फीसद महिलाएं कृषि क्षेत्र में काम करती हैं। एप्लाइड इकोनामिक्स विभाग के शिक्षक प्रोफेसर बिमल जायसवाल ने बताया कि ‘उत्तर प्रदेश राज्य में सामाजिक आर्थिक समस्याओं और महिला कृषि श्रम की संभावनाओं का एक अध्ययन’ विषय पर आधारित एक प्रोजेक्ट मिला है। इसमें लखनऊ, पीलीभीत, खीरी सहित कई जिलों में कृषि क्षेत्र में काम करने वाली श्रमिक महिलाओं पर अध्ययन किया जाएगा। इसमें उनकी आर्थिक स्थिति, समस्याएं, रहन-सहन सहित कई बिंदुओं को शामिल करेंगे। यह भी देखा जाएगा कि उत्तर प्रदेश के अनुसार कृषि का स्ट्रक्चर क्या है। इन श्रमिक महिलाओं के रोजगार की क्या स्थिति है। कितनी मजदूरी मिलती है। क्योंकि लाकडाउन के बाद कृषि क्षेत्र में श्रमिक बढ़े हैं। इसलिए महिला श्रमिकों की सामाजिक आर्थिक स्थिति का अध्ययन किया जाएगा। गौरतलब है कि सरकार राज्य विश्वविद्यालयों के शिक्षकों को शोध कार्यों के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट योजना के तहत अनुदान देती है।

लवि एवं कालेजों में सम सेमेस्टर की पढ़ाई कल सेः लखनऊ विश्वविद्यालय एवं सहयुक्त महाविद्यालयों में सम सेमेस्टर की पढ़ाई 31 जनवरी से शासन की ओर से निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार शुरू हो जाएगी। इस संबंध में कुलसचिव डा. विनोद कुमार सिंह ने गुरुवार को निर्देश जारी कर दिए। लवि ने बीते दिनों विषम सेमेस्टर (प्रथम सेमेस्टर को छोड़कर) कुछ परीक्षाएं करा ली थीं। उसके बाद कोविड संक्रमण की वजह से 15 और 17 जनवरी से शुरू होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दी गईं। अभी परीक्षाओं की नई तिथियां जारी नहीं की गई हैं। इस बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने सम सेमेस्टर (दूसरा, चौथा, छठा, आठवां सेमेस्टर आदि) का पठन-पाठन 31 जनवरी से शुरू करने के लिए निर्देश जारी किए हैं।


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