लुआक्टा ने दी चेतावनी, मांगे नहीं मानी तो परीक्षा के बहिष्कार पर होगा फैसला
अधिवर्षता आयु 65 वर्ष करने अवकाश कटौती के लिए मनमानी तरह से जारी शासनादेश को वापस लेने पुरानी पेंशन बहाली सहित कई मांगों को लेकर शुक्रवार को भी डिग्री कालेजों में शिक्षक काला फीता बांध कर विरोध कर रहे हैं।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। अधिवर्षता आयु 65 वर्ष करने, अवकाश कटौती के लिए मनमानी तरह से जारी शासनादेश को वापस लेने, पुरानी पेंशन बहाली सहित कई मांगों को लेकर शुक्रवार को भी डिग्री कालेजों में शिक्षक काला फीता बांध कर विरोध कर रहे हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय सहयुक्त महाविद्यालय शिक्षक संघ (लुआक्टा) के नेतृत्व में शशि भूषण बालिका डिग्री कालेज, डीएवी डिग्री कालेज, नारी शिक्षा निकेतन कालेज, सीएसएन कालेज हरदोई सहित कई महाविद्यालयों में शिक्षक-शिक्षिकाओं ने काला फीताबांध कर विरोध किया।
लुआक्टा अध्यक्ष डा. मनोज पांडेय ने कहा कि डिग्री कालेजों के शिक्षक-शिक्षिकाओं की जो मांगे हैं, वह सही हैं। इसको लेकर कई बार सरकार को ज्ञापन भी भेजा गया, लेकिन अब तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई, लिहाजा शिक्षकों को आंदोलन के लिए विवश होना पड़ा है। दो चरणों में आंदोलन के बाद भी यदि सरकार में नहीं मानती है तो आगामी परीक्षा का बहिष्कार और अनशन शुरू करने पर विचार किया जाएगा। महामंत्री डा. अंशु केडिया का कहना है कि शिक्षक काफी समय से पुरानी पेंशन की बहाली, अधिवर्षता आयु 65 वर्ष करने, अवकाश कटौती के लिए मनमानी तरह से जारी शासनादेश को वापस लेने, राज्य कर्मचारियों की भांति चिकित्सा प्रतिपूर्ति का लाभ दिए जाने, पीएचडी इंक्रीमेंट का लाभ और स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों को अनुदान सूची पर लेने की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार की ओर से अभी तक इन मांगों को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया। शिक्षकों की मांगों को लेकर आंदोलन जारी रहेगा। इसमें लखनऊ सहित सीतापुर, हरदोई, रायबरेली व लखीमपुर खीरी के महाविद्यालयों के शिक्षकों का भी सहयोग मिल रहा है।
लूटा ने भी दिया है 24 घंटे का अल्टीमेटमः लखनऊ विश्वविद्यालय में अधिष्ठाता कला संकाय को नोटिस जारी होने से नाराज लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (लूटा) ने भी 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। साफ कहा है कि यदि नोटिस वापस नहीं ली गई तो आंदोलन होगा। इसके अलावा लूटा ने तीन दिन में शिक्षकों की संशोधित वरिष्ठता सूची जारी करने की भी मांग की है।