Lucknow University में Confocal Microscope से रिसर्च करेंगे शोधार्थी, लाइव कोशिकाओं पर परीक्षण होगा आसान; खासियत जानकर आप हो जाएंगे हैरान
Lucknow University का जीव विज्ञान विभाग जल्द ही शोध के लिए कन्फोकल माइक्रोस्कोप खरीदेगा। इसके लिए डिपार्टमेंट आफ साइंस एंड टेक्नोलाजी (Department Of Science And Technology) की ओर से विभाग को एक करोड़ 20 लाख रुपये की राशि दी जा चुकी है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) का जीव विज्ञान विभाग जल्द ही शोध के लिए कन्फोकल माइक्रोस्कोप (Confocal Microscope) खरीदेगा। इसके लिए डिपार्टमेंट आफ साइंस एंड टेक्नोलाजी (Department Of Science And Technology) की ओर से विभाग को एक करोड़ 20 लाख रुपये की राशि दी जा चुकी है। इस माइक्रोस्कोप की खास बात यह है कि इसमें नेमाटोड, हेल्मिन्थ सहित तमाम परजीवियों के अध्ययन में मदद मिलेगी। इसे हजारों गुणा बड़ा करके फोटो भी ली जा सकेगी।
लखनऊ विश्वविद्यालय के जीव विज्ञान विभाग में हाल ही में प्रोफेसर एम सेराजुद्दीन को विभागाध्यक्ष बनाया गया है। उन्होंने कार्यभार ग्रहण करने के बाद शोध को बढ़ावा देने से लेकर कई व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए समितियों को गठन कर दिया है। उन्होंने बताया कि डीएसटी ने विभाग को करीब पांच साल पहले कन्फोकल माइक्रोस्कोप खरीदने के लिए एक करोड़ 20 लाख रुपये दिए थे। लेकिन किसी वजह से इसे अब तक नहीं क्रय किया जा सका।
अब यह प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी। शोध के लिए यह काफी उपयोगी रहेगा। शोध पर फोकस के लिए एक रिसर्च एडवाइजरी समिति बनाई गई है। इसमें प्रोफेसर मोनिषा बनर्जी को चेयरमैन नामित किया है। समिति की जिम्मेदारी होगी कि वह शोध में जितने भी प्रोजेक्ट आए हैं, उसकी निगरानी करेंगी। शोध छात्रों की थीसिस चेक करने, उन्हें सुझाव देने का भी काम समिति का होगा, ताकि शोध की गुणवत्ता को और सुधारा जा सके।
शोधार्थियों की उपस्थिति अब हेड के कार्यालय में लगेगी : प्रो. एम सेराजुद्दीन ने बताया कि सभी जेआरएफ, प्रोजेक्ट असिस्टेंट, प्रोजेक्ट फेलो, सीनियर रिसर्च असिस्टेंट, पोस्ट डाक फेलो से लेकर पीएचडी करने वाले छात्र-छात्राओं की उपस्थिति अब जीव विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष के कार्यालय में लगेगी। इसके लिए सुबह 10 से 11 बजे तक समय रहेगा। हेड ही उसे सत्यापित करेंगे।
सिलेबस रिवाइज से लेकर कक्षाओं की भी होगी निगरानी : विभाग ने एक टीचिंग एडवाइजरी समिति भी बनाई है। इसकी चेयरमैन प्रो. अमिता कनौजिया को बनाया गया है। समिति कक्षाओं का समय से संचालन, सिलेबस को रिवाइज करने सहित कई जिम्मेदारी निभाएगी।
विभाग निकालेगा मैगजीन : जीव विज्ञान विभाग वर्ष में एक बार अपनी मैगनीज निकालेगा। इसमें शिक्षकों व शोधार्थियों के शोध प्रकाशित होंगे। विभाग में होने वाली एक्टिविटी भी इसमें शामिल की जाएगी। इसके लिए भी एजुकेशनल सोसाइटी फार स्टूडेंट एक्टिविटी बनाई गई है। प्रोफेसर शैली मलिक को इसका चेयरमैन बनाया गया है।