जागरण संवाददाता, लखनऊ: जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों को मार गिराने वाले मेजर आकाश सेन, मेजर अप्रांत रौनक सिंह और मेजर अरुण कुमार को आठ फरवरी को जबलपुर में मध्य कमान अलंकरण समारोह में 'सेना मेडल (वीरता)' से सम्मानित किया जाएगा।

मेजर आकाश सेन

सिख लाइट इंफेंट्री में कमीशंड मूल रूप से शाहजहांपुर निवासी मेजर आकाश सेन वर्ष 2021 में राष्ट्रीय राइफल्स की 19वीं बटालियन के साथ जम्मू कश्मीर में तैनात थे। इस बीच 10 और 11 मई 2021 को अनंतनाग में एक तलाशी अभियान शुरू किया। मेजर आकाश ने खराब मौसम और अंधेरे में आतंकियों की घेरेबंदी कर ली। आतंकियों की मदद करने वाले को ढूंढकर उस घर का पता लगाया जिसके भीतर वह पनाह लिए हुए थे। रात करीब 11:30 बजे एक आतंकवादियों ने ग्रेनेड फेंककर घेरा तोड़ने की कोशिश की। मेजर आकाश ने आतंकियों के करीब पहुंचकर उनको मार गिराया। मेजर आकाश सेन की तरह ही जांबाजी दिखाते हुए जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों को मार गिराने वाले मेजर अप्रांत रौनक सिंह और मेजर अरुण कुमार को आठ फरवरी को जबलपुर में मध्य कमान अलंकरण समारोह में 'सेना मेडल (वीरता)' से सम्मानित किया जाएगा।

मेजर अप्रांत रौनक सिंह

इसी समारोह में मूल रूप से वाराणसी निवासी राजपूताना राइफल्स के मेजर अप्रांत रौनक सिंह को भी सेना मेडल (वीरता) मध्य कमान सेनाध्यक्ष ले. जनरल योगेंद्र डिमरी प्रदान करेंगे। मेजर अप्रांत रौनक सिंह राष्ट्रीय राइफल्स की 9वीं बटालियन में सेवारत हैं। उन्होंने 17 नवंबर 2021 को मेजर प्रभजोत सिंह सैनी के नेतृत्व में कुलगाम में तीन आतंकवादियों के होने की सूचना पर तलाशी अभियान चलाया था। इस दौरान उन्होंने एक आतंकवादी को मार गिराया, दो अन्य आतंकवादी भागने लगे। मेजर अप्रांत ने उनका पीछा करते हुए एक और आतंकवादी को मार गिराया।

मेजर अरुण कुमार

जौनपुर निवासी मेजर अरुण कुमार सेना सेवा कोर के अधिकारी हैं और राष्ट्रीय राइफल्स की पहली बटालियन में तैनात रहते हुए अनंतनाग के एक गांव में 24 दिसंबर 2021 को रात 03:25 बजे तक आतंकवादी के छिपे होने की सूचना पर प्रारंभिक घेराबंदी कर दी। इस दौरान एके-47 के साथ एक आतंकवादी फायरिंग करते हुए दिखा। भारी गोलाबारी के बीच मेजर अरुण कुमार ने अपनी लोकेशन बदली और आतंकवादी को मार गिराया।

Edited By: Nirmal Pareek