तमाम वादे अधूरे, लखनऊ नगर निगम सदन के 365 दिन पूरे
आज एक वर्ष पूरा करेगा नगर निगम का सदन। राज्यपाल राम नाइक उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा समेत मंत्री भी शामिल होंगे।
लखनऊ, (जेएनएन)। इसमे कोई शक नहीं है कि 72 वर्ष की उम्र में मेयर संयुक्ता भाटिया ने शहर की एक-एक गली का भ्रमण कर लोगों की नब्ज को टटोला है लेकिन बजट के अभाव और विरासत में मिली तीन अरब की देनदारी से शहर की सरकार लोगों की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर पाई। दूषित जलापूर्ति, पानी का संकट, पटरी से उतरी सफाई व्यवस्था और बदहाल सड़कों से शहरवासियों को निजात नहीं मिल पाई।
बजट के अभाव में मेयर अपने वादों को भी एक साल में पूरा नहीं कर पाईं। बारह दिसंबर 2017 को मेयर और 110 पार्षदों ने शपथ ली थी लेकिन राज्य सरकार की तरफ से विकास की राशि न मिलने और नगर निगम पर तीन अरब की देनदारी के साथ ही कर्मचारियों के वेतन व अन्य देयकों पर खर्च बढ़ने से मेयर और पार्षद शहर का अपेक्षित विकास नहीं कर पाए।
नहीं मिल पाए मेयर को अधिकार
12 दिसंबर 2017 को मेयर की शपथ लेने के साथ ही संयुक्ता भटिया ने अधिकार का मुद्दा उठाया था। वह चाहतीं थी कि संविधान के 74वें संशोधन में निकायों को अधिकार मेयर को दिए जाएं, जिससे वह अधिकार के साथ जनता की सेवा कर सकें। उत्तर प्रदेश इससे वंचित है लेकिन सरकार ने उनकी इस मांग को अभी पूरा नहीं किया है। वह चाहती कि राज्य वित्त आयोग निधि से मिलने वाली राशि को बढ़ाया जाए, लेकिन सरकार ने एसटीपी में कटौती और बढ़ा दी।
अभी यह चुनौतियां बाकी
- शहर में शत प्रतिशत घरों से कूड़े का कलेक्शन कराना
- खुले में शौच बंद कराना
- पुरानी सीवर लाइन को दुरुस्त करना और जवाहर लाल नेहरू अर्बन रीन्यूवल मिशन के अंर्तगत डाली गईं सीवर लाइन को चालू कराना। अमृत योजना से चल रहे कार्य का लाभ लोगों तक पहुंचाना
- गोमतीनगर, इंदिरानगर और चिनहट में पेयजल आपूर्ति के लिए तीसरे जलकल (कठौता झील) के लिए पानी का वैकल्पिक इंतजाम करना।
- शहर में सफाई के नियमित इंतजाम कराना।
- सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के साथ ही कच्चे रास्तों पर सड़क बनाना
- रोड लाइट को ठीक कराना
- नगर निगम में बीस साल से अधिक समय पहले शामिल हुए 124 गांवों में भी विकास कराना
- भवन कर जमा कराने की प्रक्रिया को सरल बनाना
आज होगा आयोजन
नगर निगम सदन की पहली वर्षगांठ पर बुधवार को आयोजन होगा। बुधवार को शाम छह बजे होने वाले कार्यक्रम में राज्यपाल राम नाइक उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा समेत मंत्री भी शामिल होंगे।
शहर की नब्ज को पहचाना है
मेयर संयुक्ता भाटिया मानती हैं कि एक साल में शहर की गलियों का भ्रमण कर उन्होंने नब्ज टटोली है। अभी विकास की और जरूरत है। सफाई में सुधार हुआ है लेकिन अभी और सुधार होना चाहिए। अभियान चलाकर घर घर में शौचालय बनाए गए। फेरी नीति को लागू करने की दिशा में काम शुरू हो गया है। उन्हें विरासत में तीन अरब की देनदारी मिली थी, जो आज भी बनी हुई। राज्य वित्त आयोग की राशि में कटौती होने से भी बजट असंतुलित हो गया है।
कोई काम नहीं हो रहा
सपा पार्षद दल के नेता सै.यावर हुसैन रेशू का कहना है कि मेयर शहर को विकास नहीं दे पा रही है। सदन में भाजपा पार्षदों की सुनी जाती है और शहरवासी विकास न होने से परेशान हैं।
विफल मेयर
कांग्रेस पार्षद दल की नेता ममता चौधरी ने कहा कि मेयर विफल साबित हुई हैं। शहरवासी सफाई, सड़क, सीवर और पेयजल समस्या से परेशान हैं लोग गंदगी के बीच जीवन यापन कर रहे हैं।
मंगल दिवस से दिल जीतने की कोशिश
मेयर ने हर मंगलवार को लोकमंगल दिवस का आयोजन किया है। इससे शहर की जनता को कुछ हद तक राहत मिली है। छोटे बजट तथा सफाई के अलावा भवन कर के लंबित मामलों का निराकरण हो जाता है लेकिन उन लोगों को निराशा होती है, जिन्होंने सड़क बनवाने की फरियाद लगा रखी है।