जमीन के नीचे बसने लगी मेट्रो की एक अलग दुनिया
बापू भवन व हजरतगंज स्टेशन पर प्लेटफार्म व एस्कलेटर बनना शुरू। अक्टूबर तक फिनिशिग का काम पूरा करने की कोशिश।
लखनऊ[जागरण संवाददाता]। जमीन के नीचे मेट्रो स्टेशनों की दुनिया बसने लगी है। यहा यात्रियों के लिए प्लेटफार्म, एस्कलेटर, स्टाल व काउंटर का स्वरूप भी दिखने लगा है। काम की यही गति जारी रही तो जुलाई के अंत तक स्टेशनों का ढाचा पूरी तरह से खड़ा कर लिया जाएगा और अक्टूबर तक स्टेशन पर फिनिशिग भी पूरी कर ली जाएगी। नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर के यह स्टेशन सभी स्टेशनों से बिल्कुल अलग होंगे। खास बात होगी कि 23 स्टेशनों में सबसे खूबसूरत, चौधरी चरण सिंह मेट्रो स्टेशन को बनाया जा रहा है। आने वाले समय में यह स्टेशन हवाई यात्रियों के मानकों पर खरा उतरेगा।
एलएमआरसी के अधिकारियों ने बताया कि सचिवालय स्टेशन पर तेजी से कम चल रहा है। नक्शे के मुताबिक प्लेटफार्म व काकोर्स का एरिया पूरी तरह से विकसित कर लिया गया है। स्टेशनों पर ग्रेनाइट लगाने का काम भी कहीं-कहीं शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक म्यूजियम को लेकर जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा। यात्रियों की सुविधा के लिए प्रवेश व निकास द्वार सबसे अंत में बनाए जाएंगे। स्टेशन पर टिकट काउंटर, टॉयलेट, कंट्रोल रूम, इलेक्ट्रिसिटी रूम बनाने का काम अंतिम दौर में है। फिनिशिग में लगने वाले उपकरण व सैनेट्री उपकरण को सबसे अंत में लगाने का निर्णय किया गया है। अफसरों का तर्क है कि यह निर्माण के दौरान खराब न हों, इसलिए ऐसा किया जाता है। स्टेशन परिसर में पर्याप्त पानी व हवा के लिए स्टेशनों के पास बिल्डिंग बनाई गई हैं। जहा से तीनों पालियों में निगरानी होगी।
दिसंबर में प्री ट्रायल की उम्मीद
लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन 25 दिसंबर तक चौधरी चरण सिंह से मुंशी पुलिया के बीच ट्रैक, सिग्नल, ओएचई से जुड़ा पूरा काम कर लेना चाहता है। उद्देश्य है कि दिसंबर में प्री ट्रायल हर हाल में कर लिया जाए। सूत्रों के मुताबिक प्री ट्रायल के लिए 25 दिसंबर तिथि तय की गई है। निजी एजेंसी बनाएगी म्यूजियम
लखनऊ मेट्रो निजी एजेंसी के जरिए म्यूजियम को विकसित करेगी। उद्देश्य होगा कि लखनऊ मेट्रो अपने पूरे सफर को सचिवालय स्टेशन में बन रहे म्यूजियम में दर्शा सके। 2014 से अप्रैल 2019 का सफर इसमें दर्शाया जाएगा।