23 KM ट्रैक पर अस्सी की स्पीड से दौड़ी मेट्रो, परीक्षा खत्म अब रिजल्ट का इंतजार
लो स्पीड ट्रायल में पांच से पंद्रह किमी गति तक चली। दो से तीन दिन में क्लीयरेंस की उम्मीद।
लखनऊ, जेएनएन। अब मेट्रो की परीक्षा खत्म हो गई है, बस रिजल्ट का इंतजार है। रिजल्ट आते ही मेट्रो आम लोगों के लिए शुरू हो जाएगी। मेट्रो 23 किमी के ट्रैक पर लाखों लोगों को जहां सेवा देगी, वहीं सड़क पर ट्रैफिक, दुर्घटनाएं और प्रदूषण को नियंत्रित करने में भी मदद करेगी। पिछले तीन दिन से चल रहे ट्रायल में लखनऊ मेट्रो फिलहाल पूरी तरह पास हो गई है, सिर्फ रेल मेट्रो संरक्षा आयुक्त से लिखित में क्लीयरेंस चाहिए होगा, जो कमर्शियल रन के लिए जरूरी होता है। उधर, लखनऊ मेट्रो ने उद्घाटन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं।
शुक्रवार सुबह नौ बजे से एक बार फिर ट्रायल शुरू हुआ, यह ट्रायल मेट्रो की लो व हाई स्पीड (चौधरी चरण सिंह मेट्रो स्टेशन से मुंशी पुलिया स्टेशन तक) चेक करने के लिए किया गया। ऐसे में सीएमआरएस ने दो मेट्रो का संचालन ट्रैक पर करवाया। एक जहां सत्तर से अस्सी की गति से चलाई गई तो दूसरी को पांच से पंद्रह किमी प्रति घंटे की गति से चलाया गया। उद्देश्य था कि जो लखनऊ मेट्रो द्वारा एलस्टाम से ट्रायल कराए गए हैं, उसकी और 22 फरवरी को हुए ट्रायल में क्या समानताएं हैं और नए क्या बदलाव हुए हैं, उनको देखा जा सके। टीम पूरी रिपोर्ट को अध्ययन करने के लिए अपने साथ ले गई।
रेल मेट्रो संरक्षा आयुक्त एके जैन व उनके सहयोगी जीसी गर्ग ने जरूरत पडऩे पर लखनऊ मेट्रो को जगह-जगह रोका भी और तकनीकी पहलुओं का भी अध्ययन किया। इस दौरान लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
दो से तीन दिन में क्लीयरेंस की उम्मीद
रेल मेट्रो संरक्षा आयुक्त 24 से 25 फरवरी तक लखनऊ मेट्रो को क्लीयरेंस दे सकते हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि यह क्लीयरेंस जल्द से जल्द मिल जाए। उद्देश्य होगा कि उतनी जल्दी शासन को सूचित करके लखनऊ मेट्रो का संचालन पीएम व सीएम से कराया जा सके। लखनऊ के लिए यह तोहफा सबसे बड़ा होगा।
आम लोगों के लिए पूरे दिन बंद रहे दरवाजे
ट्रायल के कारण सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक मेट्रो का संचालन आम लोगों के लिए बंद होने की सूचना दी गई थी पर ट्रायल पूरा न होने पर संचालन पूरा दिन बंद रहा। सुरक्षा गार्ड ने ट्रायल की बात कहकर यात्रियों को वापस लौटा दिया।
मेट्रो के गो स्मार्ट कार्ड के फायदे
- हर यात्रा पर 10 फीसद की छूट।
- गो स्मार्ट कार्ड को लाइन में लगने की जरूरत नहीं।
- वेबसाइट से ऑनलाइन रीचार्ज की सुविधा।
- हाउस टैक्स भुगतान की सुविधा।
- बीएसएनएल के फोन बिल भुगतान की सुविधा।
- स्मार्ट कार्ड से अन्य परिवारीजन के लिए टिकट मशीनों से टोकन लेने की सुविधा।
- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एलएमआरसी द्वारा विभिन्न एसएमएस की सुविधा।
- कार्ड रीडर पर कार्ड टैप करके और अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से पहचान सुनिश्चित करके यात्री स्टेशन पर उपलब्ध मुफ्त वाई फाई सुविधा का लाभ।
कुछ इस तरह होगा मेट्रो का किराया
स्टेशन : रुपये
- एक स्टेशन तक यात्रा : 10 रुपये
- दो स्टेशन तक यात्रा : 15 रुपये
- तीन से छह स्टेशन तक यात्रा : 20 रुपये
- सात से नौ स्टेशन तक यात्रा : 30 रुपये
- 10 से 13 स्टेशन तक यात्रा : 40 रुपये
- 14 से 17 स्टेशन तक यात्रा : 50 रुपये
- 18 से अधिक स्टेशन तक यात्रा : 60 रुपये
यहां से खरीदें गो स्मार्ट कार्ड
लखनऊ मेट्रो ने गो स्मार्ट कार्ड की बिक्री मेट्रो स्टेशनों से शुरू कर दी है। ट्रांसपोर्ट नगर स्थित मेट्रो डिपो, गोमती नगर स्थित मेट्रो का प्रशासनिक कार्यालय, सीसीएस एयरपोर्ट, कृष्णा नगर, आलमबाग बस स्टैंड, चारबाग, सचिवालय, हजरतगंज, विश्वविद्यालय, भूतनाथ मार्केट, इंदिरा नगर और मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन से गो स्मार्ट कार्ड खरीदे जा सकते हैं। गो स्मार्ट की कीमत 200 रुपये रखी गई है। इसमें 100 रुपये सिक्यूरिटी चार्ज शामिल है। सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक गो स्मार्ट कार्ड खरीद सकेंगे।
सभी मेट्रो स्टेशन बनकर तैयार
सीसीएस एयरपोर्ट, अमौसी, ट्रांसपोर्ट नगर, कृष्णा नगर, सिंगार नगर, आलमबाग, आलमबाग बस अड्डा, मवैया, दुर्गापुरी, चारबाग मेट्रो स्टेशन, हुसैनगंज, सचिवालय, हजरतगंज, केडी सिंह मेट्रो स्टेशन, विश्वद्यिालय, आईटी, बादशाहनगर मेट्रो स्टेशन, लेखराज, भूतनाथ मार्केट, इंदिरा नगर और मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन हैं।