मुंशी पुलिया से एयरपोर्ट तक अब जाम से निजात, सुहाना होगा मेट्रो से सफर
42 मिनट में तय करिए 23 किमी का मेट्रो सफर। एयरपोर्ट बस अड्डा चारबाग सचिवालय लविवि बादशाहनगर होंगे हब। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिखा सकते हैं हरी झंडी।
लखनऊ, जेएनएन। अब मुंशी पुलिया से चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट तक जाने के लिए ट्रैफिक में फंसने की जरूरत नहीं क्योंकि, लखनऊ मेट्रो को रेल मेट्रो संरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) से क्लीयरेंस मिल गई है। सिर्फ शासन को मेट्रो चलाने की तिथि मुकर्रर करनी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेट्रो को हरी झंडी दिखा सकते हैं। 25 फरवरी तक इस पर निर्णय भी हो जाएगा। अब 23 किमी का सफर लखनऊ मेट्रो सिर्फ 42 मिनट में पूरा करेगी। प्रत्येक स्टेशन पर तीस सेकेंड का जहां ठहराव होगा वहीं, हर तीन मिनट में मेट्रो मिलेगी।
लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एलएमआरसी) के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि 80 किमी प्रति घंटे की स्पीड का सर्टिफिकेट सीएमआरएस ने शनिवार को जारी कर दिया है। उनके मुताबिक, इस पूरे मेट्रो स्ट्रक्चर को खड़ा करने में मेट्रो टीम व कार्यदायी संस्थाओं का बड़ा योगदान है। चौधरी चरण सिंह मेट्रो स्टेशन से मुंशीपुलिया मेट्रो स्टेशन तक जिस तेज गति से काम हुआ है, इतनी तेजी से गुणवत्तापरक व समय से पहले कार्य भारत के किसी भी मेट्रो ने नहीं किया है। वहीं, मेट्रो की कार्यदायी संस्थाओं ने एलीवेटेड स्टेशनों के नीचे बचे काम को दो से तीन दिन में करने का आश्वासन दिया है। इस संबंध में शनिवार को एलएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने निर्देश दिए हैं।
हर शख्स से जुड़ेगी मेट्रो
लखनऊ मेट्रो ने जिस 23 किमी रूट पर अपने भूमिगत व एलीवेटेड स्टेशन बनाए हैं, वह यात्रियों के हब हैं। चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर हर दिन यात्रियों का ग्राफ बढ़ रहा है। आलमबाग बस अड्डे से सैकड़ों बसों का आवागमन होता है। वहीं चारबाग व लखनऊ जंक्शन से डेढ़ सौ से अधिक ट्रेनें नियमित रूप से निकलती हैं, जहां यात्रियों का ग्राफ नब्बे हजार प्रतिदिन का है। इसी तरह सचिवालय, हजरतगंज, लखनऊ विश्वविद्यालय, बादशाहनगर, इंदिरानगर स्टेशन सरकारी कार्यालयों के हब हैं। एलएमआरसी अफसरों का दावा है कि यह ग्राफ शुरुआती माह में 75 हजार तक जाएगा। वर्तमान में 8.5 किमी. में प्रतिदिन 13 हजार यात्री सफर करते हैं।
अभी तय नहीं, पीएम कहां से दिखाएंगे हरी झंडी
पीएम मेट्रो को झंडी कहां से दिखाएंगे, यह तय नहीं हो सका है क्योंकि, लखनऊ मेट्रो के पास अपनी कोई जगह नहीं है। एयरपोर्ट पर स्थान कम है वहीं, ट्रांसपोर्टनगर डिपो में सिर्फ सीमित लोगों की एंट्री हो सकती है क्योंकि, वह यार्ड है। माना जा रहा है कि 27 फरवरी को पीएम कानपुर से भी लखनऊ मेट्रो को झंडी दिखा सकते हैं।
मेट्रो ने तैयार किया निमंत्रण पत्र
लखनऊ मेट्रो ने निमंत्रण पत्र का फार्मेट तैयार कर लिया है। उसमें संचालन तिथि, मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि के नाम सिर्फ लिखने हैं।
ये है सीएमआरएस क्लीयरेंस
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अंतर्गत रेल मेट्रो संरक्षा आयुक्त आते हैं। इन्हें भारत के किसी भी हिस्से में नई मेट्रो को संचालन से पूर्व क्लीयरेंस देने और दुर्घटना के बाद जांच करने का अधिकार होता है। यही नहीं, भारतीय रेलवे की नई रेल लाइन को क्लीयरेंस और दुर्घटनाओं की जांच भी यही करते हैं। मेट्रो में इन्हें सीएमआरएस (रेल मेट्रो संरक्षा आयुक्त) और रेलवे में सीआरएस यानी रेल संरक्षा आयुक्त कहते हैं।
यहां से खरीदें गो स्मार्ट कार्ड
लखनऊ मेट्रो ने गो स्मार्ट कार्ड की बिक्री मेट्रो स्टेशनों से शुरू कर दी है। ट्रांसपोर्टनगर स्थित मेट्रो डिपो, गोमतीनगर स्थित मेट्रो का प्रशासनिक कार्यालय, सीसीएस एयरपोर्ट, कृष्णानगर, आलमबाग बस स्टैंड, चारबाग, सचिवालय, हजरतगंज, लखनऊ विश्वविद्यालय, भूतनाथ मार्केट, इंदिरानगर और मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन से गो स्मार्ट कार्ड खरीदे जा सकते हैं। गो स्मार्ट की कीमत 200 रुपये रखी गई है। इसमें 100 रुपये सुरक्षा शुल्क शामिल है। सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक गो स्मार्ट कार्ड खरीद सकेंगे।