यूं ही नहीं है DM की नाराजगी, 82 भू-माफिया के खिलाफ FIR; 26 पर ही चार्जशीट दाखिल
82 के खिलाफ एफआइआर, 26 पर ही चार्जशीट दाखिल। भू-माफिया पर कार्रवाई से कतरा रहे पुलिस प्रशासन के अधिकारी।
लखनऊ, [राजीव बाजपेयी]। डीएम कौशल राज शर्मा अगर राजधानी में भू-माफिया पर कार्रवाई को लेकर पुलिस-प्रशासन के अफसरों पर नाराज हैं तो इसकी वजह बेहद गंभीर है। भू माफिया के खिलाफ थानों में अस्सी से अधिक रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद अब तक केवल कुछ के खिलाफ ही चार्जशीट दाखिल की जा सकी है। वहीं, गुंडा एक्ट की फाइलें भी तारीखों के फेर में फंसी हैं।
जनवरी में सरोजनीनगर में ब्लॉक प्रमुख निशा यादव के पति शंकर यादव को जिला बदर करने के बाद प्रशासन ने दावा किया था कि दूसरे माफिया के खिलाफ भी इसी तरह सख्त एक्शन लिया जाएगा, मगर भूमाफिया के खिलाफ अफसरों का दावा महज बयानों तक ही रहा। बुधवार को जब डीएम ने भूमाफिया को लेकर समीक्षा बैठक की तो हकीकत सामने आई। कई अफसर अब तक माफिया पर मेहरबान दिखे। इस बारे में एडीएम प्रशासन श्रीप्रकाश गुप्ता का कहना है कि पुलिस को सभी मामलों में चार्जशीट दाखिल करने के लिए कहा गया है। किसी भी भू माफिया को छोड़ा नहीं जाएगा।
अफसरों ने सूची में भी किया खेल
सरकारी विभागों ने भू माफिया की सूची तैयार करने में भी खेल किया है। कई बड़ी मछलियों को छोड़ दिया गया। रियल एस्टेट कंपनियों और कॉलोनाइजर्स के दबाव में अधिकारियों ने सूची तैयार करने में भी खानापूर्ति की। सूची के बाद अब माफिया पर कार्रवाई को लेकर खेल हो रहा है। माफिया के खिलाफ चार्जशीट लगाने में पुलिस कतरा रही है।
किस थाना क्षेत्र में कितनी एफआइआर
पारा-चार, पीजीआइ-छह, चिनहट- नौ, सरोजनीनगर-दो, गोसाईगंज-19, मड़ियांव-छह, जानकीपुरम-छह, गुडंबा-एक, इटौंजा-पांच, काकोरी-एक, माल-तीन, मलिहाबाद-चार, मोहनलालगंज-चार।
कुछ मामलों में दाखिल की चार्जशीट
पारा : तीन, चिनहट-तीन, सरोजनीनगर-एक, गोसाईगंज-पांच, मड़ियांव-जानकीपुरम दो-दो, गुडंबा-एक, इटौंजा-दो, काकोरी-एक, माल-दो, मलिहाबाद-दो, मोहनलालगंज-एक।