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लखनऊ : बच्‍चों में नियमित टीकाकरण के हैं कई फायदे, करते हैंं इम्‍यून‍िटी बूस्‍टर का काम

लॉकडाउन के दौरान कुछ समय के लिए टीके लगने पर रोक थी लेकिन अब बड़े अस्पतालों में रोज टीके लगाए जाते हैं। जबकि छोटे अस्पतालों में हफ्ते में दो-तीन दिन टीके लगाए जा रहे हैं। इससे सभी बीमारियों से सुरक्षा मिलती है।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 02:20 PM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 03:32 PM (IST)
लखनऊ : बच्‍चों में नियमित टीकाकरण के हैं कई फायदे, करते हैंं इम्‍यून‍िटी बूस्‍टर का काम
विशेषज्ञों के अनुसार नियमित टीकाकरण कराने वाले बच्चों में कोरोना संक्रमण का ख़तरा भी कम रहता है।

लखनऊ, [धर्मेंद्र मिश्रा]। बच्चों का नियमित टीकाकरण जिस भी बीमारी के लिए लगाया जा रहा है, उससे तो सुरक्षा प्रदान करता ही है। साथ ही साथ वह शरीर में अन्य रोगों से लड़ने के बाद भी इम्यूनिटी को बढ़ाता है। इसलिए बच्चों का एक भी टीका छूटने नहीं पाए। विशेषज्ञों के अनुसार नियमित टीकाकरण कराने वाले बच्चों में कोरोना संक्रमण का ख़तरा भी कम रहता है। अभिभावकों को चाहिए कि वह अपने बच्चों के सभी टीके लगातार लगवाते रहें।

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लॉकडाउन के दौरान कुछ समय के लिए टीके लगने पर रोक थी, लेकिन अब बड़े अस्पतालों में रोज टीके लगाए जाते हैं। जबकि छोटे अस्पतालों में हफ्ते में दो-तीन दिन टीके लगाए जा रहे हैं। इससे सभी बीमारियों से सुरक्षा मिलती है। बलरामपुर अस्पताल के वरिष्ठ परामर्शदाता बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बृजेश कुमार कहते हैं कि नियमित टीकाकरण से बच्चों का प्रतिरक्षा तंत्र किसी भी बीमारी से लड़ने के लिए मजबूत होता है। हम सीधे तो यह नहीं कह सकते हैं कि इन टीकों को लगाने से कोरोना नहीं होगा, लेकिन इतना तो जरूर है कि जिन बच्चों को सभी टीके लगे हैं उन्हें संक्रमण होने की गुंजाइश अन्य बच्चों से कम रहेगी।

नियमित टीकाकरण से कोरोना क्या कोई भी दूसरी बीमारी जल्दी से नहीं होती। क्योंकि इससे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती मिलती है। दूसरी सबसे जरूरी बात यह है कि बच्चे को पैदा होते ही मां का पहला दूध ही उसके लिए प्रथम व सभी बीमारियों से लड़ने की वैक्सीन होती है। इसलिए जो भी बच्चे पैदा हों उन्हें सबसे पहले मां का दूध ही पिलाना चाहिए। अगले छह महीने तक सिर्फ मां का ही दूध देना चाहिए। इसके अलावा उसे कुछ भी देने की जरूरत नहीं है। ऐसे बच्चे आगे चलकर जल्दी बीमार नहीं पड़ते हैं।

डॉक्टर बृजेश कहते हैं कि शुरुआती रिसर्च में यह बात भी सामने आ चुकी है कि बीसीजी और एमएमआर के टीके से भी कोरोना संक्रमण से रक्षा होती है। हालांकि जब तक इस पर शोध पूर्ण नहीं हो जाता तब तक कोई भी दावा नहीं किया जा सकता, लेकिन इससे साफ है कि नियमित टीके अन्य बीमारियों से भी लड़ने में सुरक्षा प्रदान करते हैं।  


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