अब निजी हाथ में चारबाग रेलवे स्टेशन, दो साल में बनेगा वर्ल्ड क्लास
उत्तर रेलवे के जीएम ने की योजनाओं की समीक्षा। चारबाग में ऑपरेशन और और टिकटिंग का काम ही रह जाएगा।
लखनऊ, जेएनएन। चारबाग सहित उत्तर रेलवे के पांच महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों पर ऑपरेशन और टिकटिंग को छोड़कर सभी सेवाएं निजी हाथ में होंगी। चारबाग स्टेशन को दो साल में विश्वस्तरीय बनाया जाएगा। पीपीपी मॉडल के तहत इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है। नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन (एनबीसीसी) ने चारबाग स्टेशन के पुनर्विकास के लिए एक कंपनी का चयन कर लिया है।
लखनऊ की विकास योजनाओं का निरीक्षण करने आए उत्तर रेलवे के जीएम टीपी सिंह ने बताया कि 24 महीनों में चारबाग स्टेशन पर यात्री सुविधाएं बेहतर होंगी। महाप्रबंधक ने बताया कि एस्क्लेटर, लिफ्ट, मॉल, होटल आदि सुविधाएं चारबाग में यात्रियों को मिलेंगी। जीएम ने बताया कि उतरेटिया से रायबरेली तक रेल दोहरीकरण का कार्य पूरा हो जाएगा। इस महीने के अंत तक उतरेटिया से श्रीराजनगर तक दोहरीकरण को कमीशंड कर लिया जाएगा। इससे इतने रेलखंड पर ट्रेनें सिंगल लाइन के कारण खड़ी नहीं होंगी। इससे पहले सुबह पहुंचे जीएम ने उतरेटिया से ट्रांसपोर्ट नगर के रास्ते आलमनगर तक दोहरीकरण कार्य का विंडो ट्राली से जायजा लिया। आलमनगर स्टेशन पर दो अतिरिक्त लाइनों को बिछाने की योजना का भी निरीक्षण किया।
निरस्त ट्रेनें होंगी बहाल
जीएम ने बताया कि अभी दिल्ली मंडल में कोहरा पड़ रहा है। हालांकि, कोहरे के नाम पर जो ट्रेनें निरस्त चल रही हैं, उनकी समीक्षा करके 31 मार्च से पहले उन्हें बहाल कर दिया जाएगा।