लोहिया संस्थान में शुरू होगी इमरजेंसी, 24 घंटे होगा हेड इंजरी का इलाज Lucknow News
लखनऊ के लोहिया संस्थान में 20 सितंबर तक न्यूरो सर्जरी समेत 105 बेड की शुरू होगी इमरजेंसी।
लखनऊ [संदीप पांडेय]।लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में जल्द ही फुल फ्लैश में इमरजेंसी सेवा रन करेगी। दो भवनों में अलग-अलग विभागों के लिए बेड होंगे। वहीं न्यूरो सर्जरी के लिए विशेष यूनिट रन होगी। ऐसे में मरीजों को 24 घंटे हेड इंजरी के इलाज की सुविधा मिल सकेगी। अभी इन मरीजों को पीजीआइ और केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर का ही सहारा था।
लोहिया संस्थान 20 सितंबर तक लोहिया अस्पताल को पूरी तरह कब्जे में ले लेगा। ऐसे में ओपीडी से लेकर इमरजेंसी संचालन का खाका तैयार किया जा रहा है। यहां कई विभागों की ओपीडी जहां शिफ्ट होगी। वहीं इमरजेंसी सेवाओं में भी बदलाव होगा। संस्थान के निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी के मुताबिक, अस्पताल में इमरजेंसी कॉम्पलेक्स विकसित किया जाएगा। वहीं अस्पताल के नवनिर्मित भवन को न्यू ब्लॉक नाम दिया गया है। इसमें 30 बेड की न्यूरो इमरजेंसी चलेगी। चार मंजिला भवन में न्यूरो सर्जरी विभाग को इमरजेंसी सेवा रन करने के लिए किसी एक तल पर प्लान बनाने का निर्देश दिया गया है।
इमरजेंसी कॉम्पलेक्स में यह डॉक्टर रहेंगे तैनात
लोहिया अस्पताल की महिला व मुख्य इमरजेंसी मिलाकर इमरजेंसी कॉम्पलेक्स बनेगा। इसमें लोहिया संस्थान में चल रही 15 बेड की इमरजेंसी भी यहीं शिफ्ट होगी। यहां कुल बेड 75 हो जाएंगे। वहीं आर्थोपेडिक, मेडिसिन, जनरल सर्जरी, ईएनटी, गाइनी, पीडियाट्रिक व इमरजेंसी डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी।
न्यूरो के इन मरीजों को मिलेगा इलाज
न्यूरो सर्जरी की इमरजेंसी शुरू होने से कई बीमारियों का इलाज हो सकेगा। हेडइंजरी के अलावा, एन्युरिजम, स्पाइनल इंजरी, स्ट्रोक व ब्रेन ट्यूमर के इमरजेंसी केस ऑपरेट किए जाएंगे। विभाग में कुल चार फैकल्टी व छह एसआर हैं।
तीन जोन में होगा इमरजेंसी वार्ड इमरजेंसी वार्ड तीन जोन में होगा। इसमें रेड जोन में अति गंभीर मरीज, येलो जोन में गंभीर व ग्रीन जोन में खतरे से बाहर वाले मरीजों को भर्ती किया जाता है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
लोहिया संस्थान के निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी ने बताया कि 20 सितंबर तक अस्पताल पूरी तरह संस्थान द्वारा संचालित होने लगेगा। इस दौरान 30 बेड की न्यूरो इमरजेंसी भी शुरू कर दी जाएगी।