Lucknow Coronavirus News Update: लखनऊ में कोरोना का प्रकोप, KGMU में भर्ती डायबिटीज पीड़ित बुजुर्ग समेत तीन की मौत
Coronavirus Lucknow News Update 18 अप्रैल को मिले थे एक दिन में 56 मरीज। लखनऊ के दो बुजुर्ग व गोंडा निवासी एक बुजुर्ग की मौत। तीनों केजीएमयू में थे भर्ती।
लखनऊ, जेएनएन। Coronavirus Lucknow News Update: उत्तर प्रदेश में कोरोना का प्रकोप कायम है। बुधवार को राजाधानी स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में भर्ती तीन बुजुर्गों की मौत हो गई। इसमें से दो राजधानी व एक गोंडा निवासी है। उन्हें डायबिटीज, फेफड़े, ब्लड प्रेशर की समस्या थी। कोरोना की चपेट में आने पर स्थिति और बिगड़ गई। वेंटिलेटर पर इलाज चला, मगर उन्हें बचाया नहीं जा सका। ऐसे में लखनऊ में अब तक मरने वालों की कुल संख्या ग्यारह हो गई है। उधर, आठ और लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इस तरह राजधानी में अब संक्रमित मरीजों की संख्या 677 हो गई है। वहीं, राजधानी के दो अस्पतालों से 22 मरीज डिस्चार्ज किए गए हैं।
15 जून को कोरोना की पुष्टि, मौत
राजधानी के सआदतगंज निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग में 15 जून को कोरोना की पुष्टि हुई। केजीएमयू के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर उनका इलाज शुरू किया गया। इस दौरान मरीज के फेफड़े की झिल्ली में पानी भर गया। सांस लेने में तकलीफ होने लगी। मरीज को वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया। डॉक्टरों को आशंका है कि मरीज में कैंसर भी था, जिसकी वजह से फेफड़े में पानी आ गया। उनका रेस्पिरेटरी सिस्टम फेल हो गया।
फेफड़ा-किडनी दोनों ने दिया दगा
मौलवीगंज निवासी 70 वर्षीय महिला को 16 जून को केजीएमयू में भर्ती कराया गया। मरीज में ब्लड प्रेशर की समस्या थी। मरीज के फेफड़े व किडनी ने काम करना काम बंद कर दिया। ऐसे में उसे वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया। मगर, बचाया नहीं जा सका। राजधानी में कोरोना मृतकों की संख्या 11 हो गई है।
कमजोर फेफड़ों पर कम दिन में वायरस हुआ हावी
गोंडा के साहबगंज निवासी 60 वर्षीय व्यक्ति को 13 जून को केजीएमयू में भर्ती किया गया। आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीज की हालत बिगड़ गई। उन्हें, वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया। बुधवार सुबह मरीज की मौत हो गई। संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक , बुजुर्ग डायबिटीज से पीड़ित थे। उनमें फेफड़े की भी बीमारी थी। लिहाजा, कमजोर फेफड़ों पर वायरस कम दिन में हावी हो गया। डायबिटीज की वजह से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम थी। ऐसे में काफी प्रयास के बावजूद बुजुर्ग को बचाया नहीं जा सका।
हाई रिस्क ग्रुुप के लोग रहें सतर्क
हाई रिस्क ग्रुप के व्यक्ति वायरस को लेकर सतर्क रहें। दस वर्ष से कम आयु के बच्चे, डायबिटीज, हृदय रोगी, किडनी रोगी, कैंसर रोगी, बुजुर्ग बाजार में बेवजह जाने से बचें। आवश्यक होने पर मास्क लगाकर ही घरों से बाहर निकलें।
राजधानी में कब-कब हुईं मौतें
- 15 अप्रैल : नया गांव निवासी 64 वर्षीय बुजुर्ग की मौत
- 19 मई : मौलवीगंज निवासी 52 वर्षीय सब्जी विक्रेता की मौत
- 29 मई : बारूदखाना निवासी महिला की मौत
- 31 मई : फूलबाग निवासी बुजुर्ग की मौत
- 5 जून : ऐशबाग निवासी पूर्व निदेशक बलरामपुर अस्पताल की मौत
- 06 जून : चौपटिया निवासी 61 वर्षीय महिला की मौत
- 06 जून : ऐशबाग निवासी 60 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना से मौत
- 09 जून : रुचिखंड शारदानगर निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग की मौत
- 12 जून : 63 वर्षीय फूलबाग निवासी महिला की मौत
- 17 जून : 40 वर्षीय सआदतगंज निवासी बुजुर्ग की मौत
- 17 जून : 70 वर्षीय मौलवीगंज निवासी महिला की मौत
जून माह में टूटा रिकॉर्ड
बता दें, मंगलवार का दिन राजधानीवासियों के लिए मंगल साबित नहीं हुआ। एक दिन में सर्वाधिक कोरोना मरीज मिलने का रिकॉर्ड तोड़ते हुए शहर में 66 नए संक्रमित पाए गए। इनमें से 43 जवान सिर्फ पीएसी के हैं। वहीं, आठ मरीज सीएम हेल्पलाइन दफ्तर के हैं। दो उनके परिवारजन भी हैं। इसके अलावा एक पूर्व मंत्री, तीन पत्रकार, दो मरीज अंशल के, तीन आलमबाग के, एक-एक मरीज क्रमश: ठाकुरगंज, आइआइएम रोड, कुर्सीरोड व लोहिया संस्थान में पाए गए हैं। इससे पहले एक दिन में सर्वाधिक 56 मरीज 18 अप्रैल को पाए गए थे। मंगलवार को एक साथ इतने मरीजों में कोरोना की पुष्टि होने से स्वास्थ्य विभाग के भी होश उड़ गए हैं। अब राजधानी में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 669 तक पहुंच गई है।
पीएसी में कैसे फूटा कोरोना बम
जानकारी के अनुसार, पीएसी की बटालियन राजधानी के पॉलीटेक्निक कॉलेज में कैंप कर रही है। इसमें गाजियाबाद व मेरठ से भी जवान आए हुए हैं। सात जून को 47वीं वाहिनी की यह बटालियन राजधानी आई थी। एक मरीज में लक्षण दिखने पर 13 जून को जांच कराए जाने पर अगले दिन उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद ही अन्य जवानों की जांच कराई गई, मंगलवार को एक साथ 43 जवान पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मच गया। इन पीएसी जवानों को आरएसएम व लोहिया संस्थान में भर्ती कराया गया है। वहीं, 60 अन्य जवानों को क्वारंटाइन किया गया है।
सीएम हेल्पलाइन दफ्तर के अब तक 88 मरीज पॉजिटिव
मंगलवार को सीएम हेल्पलाइन के आठ अन्य मरीज मिलने से अब यहां कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 88 पहुंच गई है। इससे पहले यहां के 80 लोग कोरोना संक्रमित मिले थे। सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि मंगलवार को सर्वाधिक 43 संक्रमित पीएसी के जवान मिले हैं। जबकि बाकी हेल्पलाइन व अन्य जगहों के हैं। इनके संपर्क में आए अन्य लोगों का ब्योरा जुटाकर नमूने लिए जाएंगे।
लोहिया संस्थान में युवक में कोरोना, नर्स समेत चार कर्मचारी क्वारंटाइन
लोहिया संस्थान में दो दिन पहले इमरजेंसी में भर्ती हुए युवक में कोरोना मिला है। इसके बाद होल्डिंग एरिया में अफरातफरी मच गई। हालांकि संस्थान प्रशासन ने होल्डिंग एरिया को सैनिटाइज कराने के साथ ही उसे 24 घंटे के लिए बंद कर दिया। वहीं संक्रमित के सीधे संपर्क में आए एक नर्स समेत चार कर्मचारियों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। नर्स का नमूना लेकर जांच को भेजा गया है। अपर चिकित्सा अधीक्षक व संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह ने बताया कि मरीज को कोविड वार्ड में शिफ्ट कराकर नर्स का नमूना जांच को भेजा गया है।
लोकबंधु की महिला डॉक्टर समेत 10 ने जीती कोरोना से जंग
राजधानी के दो अस्पतालों से मंगलवार को कुल 10 कोरोना मरीजों को संक्रमणमुक्त होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। इनमें से नौ मरीज लोकबंधु अस्पताल से व एक मरीज आरएसएम अस्पताल से डिस्चार्ज किए गए हैं। लोकबंधु अस्पताल से डिस्चार्ज हुए नौ मरीजों में से एक इसी चिकित्सालय की महिला डॉक्टर पूनम गुप्ता भी हैं, जिन्हें 11 जून को संक्रमण होने के बाद कोरोना वार्ड में भर्ती किया गया था। वह एक गर्भवती का सीजेरियन अॉपरेशन करते वक्त संक्रमित हो गई थीं। हालांकि वह पांच दिन में ही कोरोना की जंग जीत गई और मंगलवार को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। खास संयोग यह भी रहा कि जिस गर्भवती से वह संक्रमित हुई थीं, उसे भी उनके साथ ही डिस्चार्ज किया गया है। महिला मुंबई निवासी है, लखनऊ में अपने किसी रिश्तेदार के यहां आने के दौरान पॉजिटिव हुई थी। लोकबंधु के निदेशक डॉक्टर डीएस नेगी ने बताया कि डॉक्टर गुप्ता हमारी कोरोना वारियर्स हैं जिन्होंने पांच दिन में कोरोना से जंग जीती है। स्वस्थ हुए अन्य मरीजों में एक प्रयागराज का, दो मरीज उन्नाव के, एक पवई का, एक-एक मरीज अमेठी, सीतापुर के हैं। वहीं बीकेटी स्थित आरएसएम अस्पताल के डॉक्टर रोहित सिंह ने बताया कि हमारे यहां से एक मरीज मॉल क्षेत्र का डिस्चार्ज किया गया है। इस प्रकार कुल 10 मरीज मंगलवार को स्वस्थ हुए।
पांच निजी अस्पताल के विभाग 24 घंटे के लिए बंद
राजधानी के पांच निजी अस्पताल के कई विभाग कोरोना मरीजों से संक्रमित होने के बाद अगले 24 घंटे के लिए बंद कर दिए गए हैं। मरीज के संपर्क में आए डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की सूची तैयार की जा रही है। सभी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे। एसीएमओ डॉ अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि देवकी हॉस्पिटल सीतापुर रोड, हेल्थ सिटी गोमतीनगर, अपोलो कानपुर रोड, सुमिता नर्सिंग होम जानकीपुरम और हर्ष हॉस्पिटल रायबरेली रोड को बंद किया गया है। मरीज के संपर्क में आए लोगों की जानकारी मांगी गई है। इसके साथ उनको क्वारंटाइन में रहने के लिए कहा गया है।