लखीमपुर में गन्ने के खेत में मिला तेंदुए का शावक, ग्रामीणों की 'हरकत' पर वन विभाग ने लिया ये एक्शन
Leopard cub found in Lakhimpur गन्ना छीलने गए किसान को एक गन्ने के खेत में गुरुवार की सुबह तेंदुए का एक शावक दिखाई दिया। शावक की मौजूदगी की मौजूदगी की खबर मिलते ही वहां ग्रामीणों की भीड़ लग गई। ग्रमीणों ने शावक को देख उसे पकड़ लिया।
लखीमपुर, जेएनएन। गोला तहसील के बिजुआ कस्बा से करीब पांच किलोमीटर दूर पल्हनापुर बीत के गांव हरैय्या में गन्ना छीलने गए किसान को एक गन्ने के खेत में गुरुवार की सुबह तेंदुए का एक शावक दिखाई दिया। शावक की मौजूदगी की मौजूदगी की खबर मिलते ही वहां ग्रामीणों की भीड़ लग गई। ग्रमीणों ने शावक को देख उसे पकड़ लिया और उसे गांव के पास एक सुरक्षित शौचालय में बंद कर लोगों ने इसकी सूचना सर्वप्रथम डायल-100 को दी। उसके बाद वन विभाग को सूचना दी। बता दें कि गुरुवार की सुबह संदीप पुत्र गोवर्धन के गन्ने के खेत में चारा लेने गए दिनेश पुत्र दाताराम आयूब पुत्र गोवर्धन को गन्ने में एक तेंदुआ शावक बैठा दिखाई दिया। गन्ने के खेत में तेंदुआ शावक के दिखाई पड़ने पर वहां लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। बावजूद इसके शावक खेत में बैठा रहा। बाद में ग्रामीणों ने मादा तेंदुआ की मौजूदगी को लेकर गन्ने के खेत में हांका भी लगाया, लेकिन उन्हें मादा तेंदुआ वहां नहीं मिली। ग्रामीणों ने सुरक्षा की दृष्टि से उसे उस गन्ने के खेत से उठा कर एक शौचालय में बंद कर डायल-100 को सूचना दी साथ ही वन विभाग को सूचना दी। सूचना पाकर भीरा व गोला वन कर्मियों की टीम के साथ गांव पहुंचे रेंजर ने शावक का डाॅक्टरी परीक्षण कर अपने कब्जे में ले लिया।
बचाई जान तो बन गए गुनहगार
वन विभाग अपनी वाहवाही लूटने के चक्कर मे यह भी भूल गया कि जिसने जान बचाई है कम से कम उसे तो गुहगार न बनाये मगर ऐसा करने में वाहवाही कैसे मिलेगी। यही हुआ भी गन्ने के खेत मे मौजूद शावक को देख ग्रामीणों ने उसे सुरक्षा की दृष्टि से पकड़ कर गांंव के बाहर बने शौचालय में बंद कर दिया। उसके बाद पुलिस और वनविभाग को इसकी सूचना दी। पुलिस व वन विभाग के अधिकारी पहुंंचे भी और शावक को सकुशल बरामद भी कर लिया, लेकिन जिन लोगों ने उसकी जान बचाई वनविभाग ने उसी को दोषी मानकर उन्हें भी फारेस्ट चौकी ले गई, जिससे उन ग्रामीणों के परिवारीजन परेशान हैं।
'जिन लोगों ने उसको पकड़ कर शौचालय में बंद किया है और शोर-शराबा करते हुए वीडियो बनाया। वायरल वीडियो में यह प्रतीत होता है कि उनका सुरक्षात्मक दृष्टिकोण सही नहीं था, जिसके चलते गोला वन रेंज के अधिकारी उन लोगों को ले गए हैं। -राकेश बाबू, रेंजर, भीरा वन रेंज