लखनऊ की चित्ताखेड़ा अवैध बस्ती हटाएगा एलडीए, टकराव की आशंका
सुप्रीम कोर्ट का आदेश 28 जनवरी तक चित्ताखेड़ा अवैध बस्ती को हटाने के दिए थे आदेश।
लखनऊ, जेएनएन। ऐशबाग में चित्ताखेड़ा बस्ती एलडीए गुरुवार को हटाएगा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर प्राधिकरण को हर हाल में 28 जनवरी तक इस बस्ती को हटाकर भूमि खाली करानी है। इसको लेकर एलडीए पहले भी कई प्रयास कर रहा चुका है।
करीब 20 दिन पहले एलडीए ने जब बस्ती हटाने की कोशिश की, तब कैंट से भाजपा विधायक सुरेश तिवारी के विरोध के चलते अभियान को टाल दिया गया था। एलडीए ने इसके बाद पूरी बस्ती का सर्वे कराया। इसमें यहां करीब 170 मकान मिले, जिनके पास दस्तावेज हैं। एलडीए के सचिव एमपी सिंह ने इस संबंध में 23 जनवरी की तारीख फाइनल की है। इसको लेकर एमपी सिंह ने अपर मुख्य सचिव आवास एवं शहरी नियोजन विभाग को अवगत करा दिया है। सुबह करीब 11 बजे से बस्ती में अभियान शुरू किया जाएगा।
टकराव की आशंका
अवैध बस्ती को भले ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हटाया जा रहा हो, मगर समाजवादी पार्टी की महानगर इकाई बस्ती वालों के समर्थन में है। ऐसे में गुरुवार को टकराव की भी आशंका है।
पीएम आवास में कर सकते हैं समायोजित
सूत्रों ने बताया कि एलडीए और जिलाधिकारी स्तर पर वार्ता चल रही है कि बस्ती में वर्षों से रह रहे लोगों को प्रधानमंत्री आवासों में समायोजित कर दिया जाए। उनसे पीएम आवासों की तय कीमत ली जाएगी। मगर उनको किसी तरह की लॉटरी में भाग नहीं लेना होगा। फिलहाल, इस मुद्दे पर अभी कोई फैसला नहीं किया गया है।