जनता के बीच क्या मुंह लेकर जाते हो, बर्खास्त कर दूंगा...LDA वीसी ने अफसरों को लगाई फटकार
लखनऊ में एलडीए वीसी शिवाकांत द्विवेदी ने सोमवार को अवैध निर्माण के प्रवर्तन को लेकर समीक्षा की। उन्होंने शहर की सूरत बिगाड़ने का आरोप सीधे प्रवर्तन विभाग के अभियंताओं पर लगाया।
लखनऊ, जेएनएन। शहर में बढ़ते अवैध निर्माण को लेकर एलडीए उपाध्यक्ष ने सोमवार को अभियंताओं पर कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि आप लोग क्या मुंह लेकर जनता के बीच जाते हो? इतने अवैध निर्माण हो रहे हैं। अब तो अभियंताओं को बर्खास्त करना पड़ेगा, शायद तभी सुधार आ सकेगा। नए शुरू हुए सभी अवैध निर्माणों को रोकने का आदेश दिया। यही नहीं, सभी अभियंताओं और सुपरवाइजरों को गले में परिचय पत्र टांगकर फील्ड में जाने के निर्देश दिए।
एलडीए वीसी शिवाकांत द्विवेदी ने सोमवार को अवैध निर्माण के प्रवर्तन को लेकर समीक्षा की। उन्होंने शहर की सूरत बिगाड़ने का आरोप सीधे प्रवर्तन विभाग के अभियंताओं पर लगाया। उन्होंने एक-एक अधिशासी अभियंता को खड़ा करके पूछा कि बताइए आपने अपने क्षेत्र में कितनी कार्रवाई की? और कितने नोटिस दिए हैं। उन्होंने अभियंताओं और अफसरों से कहा कि वे कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
अवैध निर्माण मिला तो अभियंता होंगे बर्खास्त
वीसी ने यहां तक कह दिया कि राजधानी में इतने अधिक अवैध निर्माण किए जा रहे हैं, आप लोग कर क्या रहे हो। कितनी बदनामी है शहर में इंजीनियरों की। ऐसा मुंह लेकर किस तरह से जनता के बीच जाते हो आप लोग। अगर कोई भी नया अवैध निर्माण होता मिला तो ऐसे अभियंताओं को बर्खास्त कर दूंगा।
कर्मचारियों का परिचय पत्र जरूर देखें लोग
शिवाकांत द्विवेदी ने सभी अवर अभियंताओं एवं सुपरवाइजरों को निमार्ण स्थल पर अपने परिचय पत्र के साथ ही जाने को कहा। उन्होंने शहर की जनता से भी अपील की है कि निर्माण जांचने पहुंचने वाले प्राधिकरण कर्मचारियों को परिचय पत्र जरूर देखें। संतुष्ट होने के बाद ही उनके निर्देशों का पालन करें।
अवैध निर्माण ध्वस्त करने के लिए चलाएं अभियान
वीसी ने अभियंताओं से कहा कि जिन प्रकरणों में निार्मण तोड़ने के आदेश पारित किए गए हैं, उन सभी निर्माणों को पुलिस बल की सहायता से योजना बनाकर तोड़ने का अभियान चलाया जाए। किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बसंतकुंज एवं प्रबंध नगर क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माणों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई कर उन्हें रोकने के आदेश दिए।