लखीमपुर में मां-बेटी के बीच अब तीसरे बाघ की दस्तक, घास काटने गए युवक को बनाया निवाला
त्तर निघासन रेंज में बाघ-बाघिन के हमले का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। खैरटिया इलाके में मां-बेटी (बाघिन) लगातार शिकार कर रही हैं। इस बीच मझरा पूरब में नर बाघ ने घास काट रहे ग्रामीण को अपना निवाला बना लिया।
लखीमपुर, संवादसूत्र। उत्तर निघासन रेंज में बाघ-बाघिन के हमले का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। खैरटिया इलाके में मां-बेटी (बाघिन) लगातार शिकार कर रही हैं। इस बीच मझरा पूरब में नर बाघ ने घास काट रहे ग्रामीण को अपना निवाला बना लिया। ग्रामीण का आधा खाया शव बरामद किया गया है। अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर बाघ के पैरों के निशान को लेकर छानबीन शुरू कर दी है।
ग्रामीणों के मुताबिक, मझरा पूरब में रविवार की देर शाम एक ग्रामीण पर बाघ ने हमला कर उसे अपना निवाला बना लिया है। बाघ के हमले में मारा गया ग्रामीण नरेंद्र सिंह (35) ग्राम पंचायत तेलियार के गांव नरेंद्र नगर टपरा का रहने वाला है। वह रविवार की दोपहर बाद अपनी पत्नी के साथ बैलगाड़ी से घाघरा नदी के समीप चारा लेने गया था। जहां पर गन्ने के खेत में मौजूद बाघ ने नरेंद्र सिंह व उसकी पत्नी पर हमला कर दिया।
इस दौरान वहां मौजूद उसकी पत्नी ने शोर मचाना शुरू किया जिसके बाद काफी ग्रामीण मौके पर आ गए। ग्रामीणों के प्रयास के बाद देर शाम गन्ने के खेत से नरेंद्र का शव बरामद कर लिया गया है। हमले के दौरान बाघ नरेंद्र के कमर के निचले हिस्से को आधा खा गया है। शरीर के अन्य हिस्सों पर भी दातों से नोचा है। उसके चेहरे पर भी पंजे के निशान मिले हैं।
उधर मझरा पूरब में रविवार दोपहर बाद खेतों में चर रही दो भैंस पर एक साथ दो बाघों ने हमला कर दिया, लेकिन चरवाहों के काफी शोर मचाने के बाद बाघ भैंस को छोड़कर बाघ जंगल में चले गए। हिंसक बाघों के द्वारा हो रही ताबड़तोड़ घटनाओं से तराई इलाके के ग्रामीणों में काफी दहशत का दहशत का माहौल है।
बफरजोन के उप निदेशक सुंदरेशा का कहना है कि खैरटिया इलाके में घूम रहीं दो बाघिन अलग हैं। रविवार को ग्रामीण नरेंद्र सिंह पर हमला करने वाला बाघ अलग है। उसके पैरों के निशान के नमूने लिए गए हैं। पूरे इलाके में वन कर्मियों को अलर्ट किया गया है। यहां भी कैमरे लगाकर बाघ के मूवमेंट की जानकारी जुटाई जा रही है। वहीं वन विभाग की टीम लगातार कांबिंग कर रही है।