लैकफेड के दस निदेशक निर्विरोध, सभापति और उप सभापति का चुनाव आज
तिवारी अपने लाव-लश्कर के साथ नामांकन के लिए जाएंगे। हालांकि अभी तक उप सभापति के नाम पर अंतिम मुहर नहीं लगी है।
लखनऊ (जेएनएन)। उप्र राज्य निर्माण एवं श्रम विकास सहकारी संघ लिमिटेड (लैकफेड) के दस निदेशकों के निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा सोमवार को हो गई। मंगलवार को सभापति और उपसभापति के चुनाव होने हैं। भाजपा ने सभापति के लिए वीरेंद्र तिवारी का नाम तय किया है। तिवारी अपने लाव-लश्कर के साथ नामांकन के लिए जाएंगे। हालांकि अभी तक उप सभापति के नाम पर अंतिम मुहर नहीं लगी है।
लैकफेड के निदेशक के लिए वीरेंद्र तिवारी, मनीष चौहान, आरपी सिंह बघेल, अनीता सचान, सुनीता सिंह, अभिषेक वर्मा, तेज नारायण तिवारी, गुरुभाग सिंह, अभिषेक पांडेय और अभय चौधरी निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिए गए हैं। मंगलवार को वीरेंद्र तिवारी सभापति के लिए पर्चा भरेंगे और उनका निर्विरोध निर्वाचन तय माना जा रहा है।
उप सभापति के लिए सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा के पुत्र अभिषेक वर्मा, आरपी सिंह बघेल और अभय चौधरी का नाम चर्चा में है लेकिन, अभी तक किसी का नाम तय नहीं हो सकता है। भाजपा के पूर्व मंत्री और लैकफेड सभापति के उम्मीदवार वीरेंद्र तिवारी ने कहा है कि वह मंगलवार को नामांकन करेंगे। उप सभापति के लिए मंत्री पुत्र का नाम चर्चा में है, लेकिन यह भी संकेत मिल रहे हैं कि उप सभापति को लेकर अगर ज्यादा दबाव हुआ तो सिर्फ सभापति का चुनाव होगा।
उपसभापति का चुनाव बाद में कराया जाएगा। सहकारिता मंत्री के पुत्र का नाम चर्चा में आते ही विपक्ष ने उन पर परिवारवाद का आरोप लगाना शुरू कर दिया। मंत्री ने इसे सिरे से खारिज किया और कहा कि उनके पुत्र अपने प्रयास से निदेशक चुने गए।
उल्लेखनीय है कि करोड़ों रुपये घोटाले की वजह से बसपा सरकार में लैकफेड बदनाम हुई। सपा शासन में इसकी जांच कराई गई और चार पूर्व मंत्रियों को जेल जाना पड़ा। हालांकि बाद में अदालत ने पूर्व मंत्रियों को निर्दोष करार दिया लेकिन, सात अधिकारियों को सजा सुनाई गई।