UP News: श्रमिकों के बच्चे भी अब बोर्डिंग स्कूल में पढ़ेंगे, सीएम योगी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट में जल्द शुरू होंगे प्रवेश
Atal Awasiya Vidyalaya नवोदय विद्यालय की तर्ज तैयार हो रहे अटल आवासीय विद्यालय विद्यालयों में श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को स्तरीय शिक्षा प्रदान की जाएगी ताकि वह भी समाज की मुख्यधारा के साथ मिलकर देश के विकास में अपना योगदान दे सकें।
Atal Awasiya Vidyalaya: लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में अब श्रमिकों के बच्चे बोर्डिंग स्कूल (Boarding School) में पढ़ने जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार अटल आवासीय विद्यालय (Atal Residential School) प्रदेश के 18 मंडलों में खोले जाएंगे। इसी क्रम में अटल आवासीय विद्यालय, फतेहपुर सीकरी क्षेत्र के कौरई गांव में बनाया जा रहा है। आगरा में 71.15 करोड़ की लागत से अटल आवासीय विद्यालय निर्माण कार्य किया जा रहा है।
निर्माणाधीन यह विद्यालय एक हजार छात्र-छात्राओं की क्षमता वाला होगा। इसमें शिक्षण कार्य के अलावा छात्र-छात्राओं के लिए छात्रावास भी बनाए जाएंगे। अटल आवासीय विद्यालय में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा ग्रहण कराई जाएगी।
अक्टूबर में तैयार हो जाएगा भवन
नवोदय विद्यालय की तर्ज तैयार हो रहे इन विद्यालयों में श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को स्तरीय शिक्षा प्रदान की जाएगी, ताकि वह भी समाज की मुख्यधारा के साथ मिलकर देश के विकास में अपना योगदान दे सकें। आगरा के फतेहपुर सीकरी क्षेत्र के कौरई गांव में बन रहे अटल आवासीय विद्यालय का निर्माण मई 2021 में शुरू हुआ था। इसका निर्माण तेजी से चल रहा है, उम्मीद है कि अक्टूबर माह के अंत तक भवन बनकर तैयार हो जाएगा।
अगले सत्र से प्रवेश प्रक्रिया
इस आवासीय विद्यालय में निर्माण श्रमिकों के 6 से 14 वर्ष तक की आयु वर्ग के बच्चों को प्राथमिक, जूनियर हाईस्कूल और माध्यमिक शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराते हुए गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान की जाएगी। इनका चयन काउंसलिंग के आधार पर होगा। उम्मीद है कि नए शिक्षा सत्र 2023 में विद्यालय में छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
ये होगी खासियत
अटल आवासीय विद्यालय में 4 पूर्णकालिक अध्यापक, 3 अंशकालिक अध्यापक, 1 वार्डेन, 1 लेखाकार, 4 चौकीदार/चपरासी, 1 रसोइया एवं 1 सहायक रसोइया होंगे। इस आवासीय विद्यालय में 5 कक्ष होंगे, जिनमें से 1 कक्ष अध्यापकों के लिए, 1 कक्ष कार्यालय के लिये व 3 कक्ष बच्चों की शिक्षा के उपयोग के लिए होंगे। इसमें 3 शौचालय, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था के साथ ही निर्बाध बिजली की व्यवस्था भी होगी।
गरीब छात्रों को मिलेगी सुविधा
आगरा मंडल के उप श्रमायुक्त दीप्तिमान भट्ट ने बताया कि भवन निर्माण का कार्य लोक निर्माण विभाग, आगरा कार्यदायी संस्था के रूप में देख रहा है। भवन निर्माण का 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। साथ ही उन्होंने कहा कि अटल आवासीय विद्यालय योजना उत्तर प्रदेश के माध्यम से श्रमिक वर्ग के नागरिकों का विकास करने के लिए एवं उन्हें पढाई के महत्व को समझाने के लिए यूपी सरकार के द्वारा यह योजना जारी की गयी है।
अच्छी शिक्षा की प्राप्ति करके वह अपने जीवन की गति को एक नया रूप प्रदान कर सकते है। इसमें उन सभी गरीब बच्चों को पढाई को मौका मिलेगा, जो खराब आर्थिक स्थिति के कारण स्कूलों में प्रवेश नहीं ले पाते है। सरकार श्रमिक श्रेणी के लोगों को योजना के तहत एक सुनहरा अवसर प्रदान कर रही जिससे वह स्थायी रूप से एक जगह से शिक्षा को प्राप्त करके अपने भविष्य की राह को आसान बना सकते है।
योजना के अंतर्गत जिन श्रमिक परिवारों का श्रम विभाग में पंजीकरण है, उन्हें योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा। विद्यालयों में छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ खेल के क्षेत्र में भी आगे बढ़ाया जाएगा। छात्र अपनी पसंद के खेलों में भाग ले सकेंगे। इसमें छात्रों का चयन काउंसलिंग के आधार पर किया जाएगा। यहां सीबीएसई और आईसीएसई पैटर्न के आधार पर शिक्षा प्रदान की जाएगी। इस विद्यालय के संचालन की पूरी जिम्मेदारी श्रम विभाग को सौंपी गई है।
18 मंडलों में खुलेंगे विद्यालय
उत्तर प्रदेश के 18 मंडलों में अटल आवासीय विद्यालय खोले जायेंगे। आगरा मंडल के आगरा अलावा झांसी मंडल के ललितपुर, देवीपाटन मंजल के गोंडा, आजमगढ़ मंडल के आजमगढ़, मेरठ के बुलंदशहर, लखनऊ मंडल के लखनऊ, कानपुर मंडल के कानपुर नगर, प्रयागराज मंडल के प्रयागराज, सहारनपुर मंडल के मुजफ्फरनगर, मिर्जापुर मंडल के सोनभद्र, बस्ती मंडल के बस्ती, अलीगढ़ मंडल के अलीगढ़, अयोध्या मंडल के अयोध्या, चित्रकुटधाम मंडल के बांदा, बरेली मंडल के बरेली, मुरादाबाद मंड़ल के मुरादाबाद, गोरखपुर मंडल के गोरखपुर और वाराणसी मंडल के वाराणसी जिले में निर्माणाधीन है।
यह सुविधाएं होंगी मौजूद
- मुफ्त शिक्षा, रहने एवं खाने की सुविधा
- स्वच्छ पेयजल की सुविधा
- खेलकूद एवं मनोरंजन से जुड़ी सभी प्रकार की सुविधाएं
- स्कूल ड्रेस एवं बच्चों की पढ़ाई से संबंधी सभी प्रकार की सुविधाएं