Move to Jagran APP

Krishna Janmashtami 2022: लखनऊ में सांप्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल, यूनुस ने 40 वर्षों से सजा रखी है दुकान

Krishna Janmashtami 2022 लखनऊ के अमीनाबाद बाजार में यूनुस रहनी रक्षाबंधन जन्माष्टमी दीपावली समेत अन्य त्योहारों का सारा सामान दुकान पर रखते हैं। उनका परिवार पिछले चालीस वर्षों से पूजा सामग्री का सारा सामान लोगों को उपलब्‍ध करा रहा है।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Fri, 19 Aug 2022 03:58 PM (IST)Updated: Sat, 20 Aug 2022 07:21 AM (IST)
Krishna Janmashtami 2022: लखनऊ में सांप्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल, यूनुस ने 40 वर्षों से सजा रखी है दुकान
Krishna Janmashtami 2022: जन्माष्टमी और दीपावली समेत अन्य प्रमुख त्योहार पर प्रयोग होने वाली सामग्री बेचते हैं युनूस और शेरा

लखनऊ, जागरण संवाददाता। गंगा जमुनी तहजीब और सांप्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल देखनी हो तो लखनऊ के अमीनाबाद क्षेत्र में देख सकते हैं। अल्पसंख्यक समुदाय के व्यापारी वर्षों से जन्माष्टमी के अवसर पर लड्डू गोपाल की मूर्ति से लेकर सजावट का सारा सामान बेच रहे हैं। भगवान के हाथ के कड़े, पायल और मुकुट से लेकर ऐसी कोई सामग्री नहीं है, जो आपको इनकी दुकान पर नहीं मिलेगी।

loksabha election banner

अमीनाबाद में यूनुस रहनी पिछले चालीस वर्षों से रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, दीपावली समेत अन्य त्योहार की में जरूरत की प्रमुख सामग्री रखते हैं। रक्षाबंधन के अगले ही दिन से जन्माष्टमी का सारा सामान उनकी दुकान पर मौजूद है। लड्डू गोपाल की मूर्ति, भगवान के वस्त्र, मुकुट, पायल, बांसुरी, कड़े, माला, झूला, चौकी, आसान आदि उनकी दुकान पर सजा हुआ है। बच्चों के राधा-कृष्ण बनने की पोशाक भी उनकी दुकान पर है। उन्होंने बताया कि उनका परिवार पिछले चालीस वर्षों से इस काम में लगा हुआ है।

उन्‍होंने बताया कि ज्यादातर सामग्री दिल्ली, मथुरा, आगरा, कोलकाता और जयपुर से मंगवाया है। दिल्ली से माला, मथुरा से वस्त्र, कोलकाता से लड्डू गोपाल की कलकतिया पोशाक, जयपुर से भगवान के आसान, चौकी और झूले मंगवाए हैं। जबकि आगरा से भगवान की चुनरी आई है।बताया कि जन्माष्टमी को लेकर 16 अगस्त से ही लोगों ने खरीदारी करना शुरू कर दिया था। बृहस्पतिवार और आज जमकर बिक्री हो रही है। शादी-विवाह से जुड़ा सामान भी वर्ष भर मिलता है।

अमीनाबाद में ही शेरा भाई की दुकान पर भी लड्डू गोपाल के वस्त्र, बांसुरी, गुब्बारे, माला और जन्माष्टमी पर सजावट का अन्य सामान है। उन्होंने बताया कि रक्षाबंधन के अगले ही दिन से जन्माष्टमी को लेकर दुकान पर सजावट का सारा सामान था। अधिकांश माल दिल्ली से आता है। पिछले दो दिनों से कारोबार में तेजी आई है। प्रमुख त्योहार में प्रयोग होने वाली सामग्री बेचते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.