नए रूट पर सफर से पहले जानें लखनऊ मेट्रो की गाइड लाइन, ध्यान रखें ये बातें
तीन या पांच मार्च को मेट्रो को दिखाई जा सकती है हरी झंडी। नार्थ साउथ कॉरिडोर रूट पर यात्रियों की मदद करेंगी गाइड लाइन।
लखनऊ, जेएनएन। चौधरी चरण सिंह मेट्रो स्टेशन से मुंशी पुलिया के बीच मेट्रो कब चलेगी, इसको लेकर 26 फरवरी को भी फैसला नहीं हो सका। अब माना जा रहा है कि मेट्रो को हरी झंडी तीन या पांच मार्च को दिखाई जा सकती है। हालांकि इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ही मुहर लगाएंगे। वहीं, लखनऊ मेट्रो ने सफर से पहले लाखों यात्रियों तक अपनी संशोधित गाइड लाइन पहुंचाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। यात्रियों को नियम-कानून के साथ ही सामान खोने और आपात स्थिति में क्या करना है, इसकी भी जानकारी दी जा रही है।
लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि अभी 12-13 हजार यात्री प्रतिदिन सफर कर रहे हैं। पूरा सेक्शन शुरू होने पर यह ग्राफ शुरुआती दिनों में ही 60-70 हजार हो जाएगा।
मेट्रो यात्रियों के लिए जरूरी जानकारी
इमरजेंसी में क्या करें :
- उद्घोषक यंत्र से मिलने वाली जानकारियों को ध्यान से सुनें।
- मेट्रो स्टाफ की ओर से मिलने वाले निर्देशों का पालन करें।
- आग या विस्फोट के समय ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन गेट स्वत: खुल जाएंगे।
- ऐसे समय किसी स्मार्ट कार्ड या टोकन दिखाने की जरूरत नहीं।
- हर मेट्रो स्टेशन पर तय निकास मार्ग से ही बाहर निकलें।
- ट्रेन ऑपरेटर की मदद से इमरजेंसी गेट का इस्तेमाल करें।
- स्टेशन के दोनों हिस्सों पर बने रैंप से निकलें। इसका नियंत्रण ट्रेन ऑपरेटर केबिन से होगा
- ट्रेन ऑपरेटर से बात करने के लिए लाल रंग का बटन दबाएं। इंटरकॉम पर भी बात करें।
- दिव्यांग व्हील चेयर से कोच तक जा सकते हैं।
कहां करें शिकायत :
- यात्री मेट्रो के हेल्पलाइन नंबर 0522-2288869 पर भी संपर्क कर सकते हैं।
- खोए सामान की जानकारी 48 घंटे के भीतर देनी होगी।
- इसके लिए ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन जाना होगा।
- यहां सुबह आठ से रात आठ बजे के बीच यात्री कभी भी संपर्क कर सकेंगे।
- रविवार और राष्ट्रीय व राजपत्रित अवकाश पर यह हेल्प सेंटर बंद रहेगा।
- यात्री खोए सामान की जानकारी या सूचना देने के लिए नंबर 0522-6602518 पर संपर्क कर सकते हैं।
- खोया सामान लेने के लिए अपने साथ पहचान पत्र की छाया प्रति और उसकी मूल प्रति साथ लाना होगा।
- मेट्रो कर्मी की अभद्रता या सफाई सहित अन्य शिकायत स्टेशन पर रखी शिकायत पंजिका पर दर्ज हो सकेगी।
ऐसे बनेगा पास
- यात्रियों के सफर के लिए गो स्मार्ट, टोकन व टूरिस्ट कार्ड बनेंगे।
- यह स्टेशनों के काउंटर से खरीदे जा सकेंगे।
- गो स्मार्ट कार्ड पास दो सौ रुपये में बनेंगे। सौ रुपये सुरक्षा शुल्क वापस होगा, इसे 2000 रुपये तक करा सकेंगे रिचार्ज।
- एक दिन की वैधता का टूरिस्ट कार्ड 200 और तीन दिन की वैधता का कार्ड 350 रुपये में बनेगा।
- दोनों ही स्मार्ट कार्ड में 100 रुपये वापस होंगे, कर सकेंगे असीमित यात्रा।
- टिकट रीडिंग मशीन से बैलेंस पता चलेगा।
- गो स्मार्ट से यात्रा की तो 10 प्रतिशत छूट मिलेगी।
- बीच सफर निरस्त होने पर शेष किराया कार्ड के बैलेंस में वापस आएगा।
- स्मार्ट कार्ड पास का इस्तेमाल कोई भी मित्र या परिवारीजन कर सकेंगे।
- टोकन ट्रेन आने के पांच मिनट पहले मिलना बंद होगा, स्मार्ट कार्ड से अंतिम समय तक यात्रा होगी।
यह न करें
- अपने साथ 15 किलोग्राम से अधिक भार और 60 सेमी. लंबा व 45 सेमी. चौड़ा से अधिक का बैग न रखें।
- बिना किसी इमरजेंसी के पैसेंजर अलार्म का इस्तेमाल न करें।
- ट्रेन के दरवाजे बंद होते समय प्रवेश की कोशिश न करें।
- एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म जाने के लिए ट्रैक का इस्तेमाल न करें।
- स्टेशन और ट्रेन में किसी तरह का म्यूजिक न बजाएं।
- ट्रेन के भीतर कुछ न लिखें और न ही कुछ चिपकाएं।
- सिर पर सामान उठाकर न जाएं।
स्टेशन और ट्रेन में इमरजेंसी सिस्टम
- मेट्रो ट्रेन के दरवाजे के भीतर होंगे इमरजेंसी कम्युनिकेशन बटन।
- आग लगने या फिर भूकंप जैसी आपदा के समय एनाउंसमेंट सिस्टम से मिलेगी मदद।
- हर स्वचालित सीढ़ी पर इमरजेंसी बटन लगेगा, जिसे दबाने से आपात के समय वह रुक जाएगी।