KGMU पेपर लीक प्रकरण: पेपर वैलिडेशन में हुआ खुलासा- गलत प्रश्नों को भी छापा गया Lucknow News
केजीएमयू के पेपर वेलिडेशन में हुआ खुलासा गलत प्रश्नों को भी शामिल किया गया।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू में सीनियर रेजीडेंट भर्ती में कदम-कदम पर धांधली की गई। यहां आंख मूंद कर जिम्मेदारों ने पेपर छाप दिया गया। वाट्सएप पर पेपर भेजने वाली मैडम के हूबहू प्रश्न ले लिए। इसमें कई गलत प्रश्न थे, बावजूद इन्हें हटाया नहीं गया। परीक्षा विभाग में शिक्षक के वैलिडेशन में मामले का खुलासा हुआ।
दरअसल, केजीएमयू के दंत संकाय में नौ विभाग हैं। 21 जुलाई को 30 सीनियर रेजीडेंट पदों पर परीक्षा थी। वहीं 17 जुलाई को ओरल पैथोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी विभाग का पेपर महिला शिक्षक ने संकाय के वरिष्ठ शिक्षक को भेज दिया। वाट्सएप पर भेजे गए पेपर लीक का खुलासा 23 जुलाई को कुलपति से की गई शिकायत से हुआ। वहीं अब एक के बाद एक गड़बड़ी उजागर हो रही हैं। दरअसल, जिन मैडम ने वाट्सएप पर प्रश्न पत्र भेजा था, उन्हीं के 50 प्रश्नों को पेपर में शामिल किया गया था। परीक्षा के बाद वरिष्ठ शिक्षक को पेपर वैलिडेशन के लिए बुलाया गया। इस दौरान नौ प्रश्न गलत मिले, वहीं दो रिपीट मिले। ऐसे में परीक्षा विभाग की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में है।
कहीं षडयंत्रकारियों का बचाने की योजना तो नहीं
दरअसल, सीनियर रेजीडेंट का मानदेय 70 से 80 हजार के बीच में है। मोटी रकम की यह नौकरी डॉक्टर व अफसर अपने रिश्तेदारों को बांटने की फिराक में थे। वहीं एक डॉक्टर द्वारा पेपर लीक का भंडाफोड़ करने के बाद सभी सकते में आ गए। खुलासा करने वाले डॉक्टर ने एफआइआर कराने के लिए कुलपति, प्रॉक्टर को पत्र लिखा गया मगर, जांच कमेटी गठन का हवाला देकर अभी मामले पर एफआइआर दर्ज नहीं कराई गई। जबकि पेपर लीक के पुख्ता सबूत पेश किए जा
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