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भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से पहले घोषित होगी टीम केशव

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी भावी रणनीति के बारे में बताया कि मेरी टीम तैयार है, एक-दो दिन इंतजार का इंतजार है, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से ठीक पहले सभी राज्य पदाधिकारियों की घोषणा हो जाएगी।

By Nawal MishraEdited By: Published: Thu, 02 Jun 2016 09:24 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jun 2016 09:28 PM (IST)

लखनऊ। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी भावी रणनीति के बारे में बताया कि मेरी टीम तैयार है, एक-दो दिन इंतजार का इंतजार है, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से ठीक पहले सभी राज्य पदाधिकारियों की घोषणा हो जाएगी। मेरी टीम में समर्पित निष्ठावान कार्यकर्ताओं को तरजीह मिलेगी। विहिप के साधारण कार्यकर्ता से भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के पद तक पहुंचे मौर्य आज दैनिक जागरण के इलाहाबाद कार्यालय आए थे। पेश है मौर्य से बातचीत के प्रमुख अंश-

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प्रश्न : राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के लिए इलाहाबाद क्यों?

उत्तर : धार्मिक कुंभ पर्व के बाद यह प्रयाग की धरती पर राजनीतिक कुंभ होगा। बैठक ऐतिहासिक होगी। यहीं से प्रदेश व देश की राजनीति को नई दिशा मिलेगी।

प्रश्न : क्या चुनाव से पहले भाजपा मुख्यमंत्री का चेहरा देगी?

उत्तर : यह काम हाईकमान का है। उचित समय आने पर हाईकमान अपना निर्णय लेगा। अभी भाजपा कार्यकर्ता सपा सरकार को हटाकर भाजपा को सत्ता पर काबिज करने में जी जान से जुटे हैं।

प्रश्न : विधानसभा चुनाव में आप भाजपा को कहां पाते हैं?

उत्तर : हम सरकार बना रहे हैं, वह भी पूर्ण बहुमत की। हमने मिशन 265 प्लस का जो टारगेट बनाया है।

प्रश्न : सभी दल दावेदार हैं, फिर भाजपा में खास क्या है?

उत्तर: वर्ष 2014 में जनता ने केंद्र में भाजपा की जो सरकार बनाई, उसका लाभ जनता को मिलने लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियां प्रदेश सरकार लागू नहीं कर रही है। प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही उप्र में विकास की गति कई गुना हो जाएगी।

प्रश्न : मुख्यमंत्री कहते हैं कि विकास राज्य सरकार कर रही है और भाजपा सिर्फ घोषणाएं?

उत्तर : जनता भाजपा और सपा का फर्क देख रही है। केंद्र की उज्ज्वला, प्रधानमंत्री किसान बीमा योजना, स्टार्टअप, मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं का असर दिखने लगा है। उप्र इससे कदमताल नहीं कर पा रहा क्योंकि यहां की सरकार विकास में सबसे बड़ी बाधक है।

प्रश्न : दूसरे दलों के नेता भाजपा में आ रहे हैं। इससे चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे भाजपा के पुराने कार्यकर्ता आशंकित हैं।

उत्तर : पार्टी का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है, इसलिए लोग आ रहे हैं, उनका स्वागत भी है, लेकिन किसी को टिकट की शर्त पर भाजपा में नहीं लिया जा रहा है।

प्रश्न : टिकट तय करने का फार्मूला क्या होगा?

उत्तर : चुनाव जीतना है, इसलिए विजयी होने की संभावना वालों पर दांव लगाया जाएगा। सबसे पहले निष्ठावान कार्यकर्ताओं को तरजीह दी जाएगी, उसके बाद हाल में दल में आने वालों। आखिर पार्टी में शामिल होने वाला भी तो दल का ही सदस्य हो जाता है।

प्रश्न : क्या राम मंदिर का मुद्दा भाजपा के एजेंडे में रहेगा?

उत्तर : श्रीराम जन्मभूमि में मंदिर निर्माण को भाजपा प्रतिबद्ध है। परंतु हम उसे वोट की राजनीति का हिस्सा नहीं बनाएंगे।


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