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हेलो डॉक्टर : बदलते मौसम में इम्यून सिस्टम को रखें मजबूत, खाएं सिट्रस फल

दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में गुरुवार को डॉ. राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में मेडिसिन विभाग में फिजीशियन डॉ. रितु करोली ने दिए मौसमी रोगों से बचाव के उपाय।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 16 Jan 2020 07:11 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jan 2020 07:31 AM (IST)
हेलो डॉक्टर : बदलते मौसम में इम्यून सिस्टम को रखें मजबूत, खाएं सिट्रस फल
हेलो डॉक्टर : बदलते मौसम में इम्यून सिस्टम को रखें मजबूत, खाएं सिट्रस फल

लखनऊ, जेएनएन। सर्दियों में बदलता मौसम सांस व हृदय रोगियों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। वहीं, बारिश, सर्द हवाओं और गलन भरी ठंड के दौरान जुकाम, बुखार, खांसी, वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन होने के खतरे भी बढ़ जाते हैं। इसके अलावा इस मौसम में ब्रेन स्ट्रोक के मामले भी बढ़ जाते हैं। ऐसे में, मौसम के अनुसार सतर्कता बरतने की खास जरूरत होती है। दैनिक जागरण के 'हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में गुरुवार को डॉ. राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में मेडिसिन विभाग में फिजीशियन डॉ. रितु करोली ने दिए मौसमी रोगों से बचाव को लेकर पाठकों के सवालों के जवाब।

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सवाल : मेरा बेटा चार साल का है, उसे खांसी बहुत आती है, सूखी खांसी की शिकायत है, क्या करें।

- सायरा, निशातगंज

जवाब : मौसम बदलने पर वायरल या एलर्जी के चलते खांसी की शिकायत हो सकती है। बेटे का एलर्जी टेस्ट कराकर इलाज कराएं।

सवाल : मुझे एक साल से सांस की तकलीफ है, रात को सोते समय ज्यादा होती है, दवा खा रहा हूं, पर आराम नहीं है।

- विश्व प्रकाश श्रीवास्तव, हरदोई

जवाब : दवा के साथ आप डॉक्टर की सलाह लेकर इनहेलर भी लेना शुरू करें। हालांकि, मौसम की शुरुआत होते ही इनहेलर लेना शुरू कर देना चाहिए, क्योंकि इस पर नियंत्रण रखना ही बीमारी का समाधान है। मौसमी बुखार, एलर्जी के लिए डॉक्टर को दिखाएं।

सवाल : पिताजी की उम्र 58 साल है, उनको घबराहट की शिकायत है, बीपी भी है।

- उपेंद्र पांडेय, गोंडा

जवाब : यदि आपके पिताजी धूमपान करते हैं तो उनको हार्ट की दिक्कत हो सकती है। बीपी के साथ ही उनका ईसीजी व अन्य जरूरी जांचें कराएं और डॉक्टर की सलाह पर दवाएं चलाएं।

सवाल : मेरी उम्र 18 वर्ष है, तीन दिन से ठंड के साथ बुखार, जुकाम और खांसी आ रही है, बलगम भी आ रहा है।

- प्रियांशु वर्मा, बाराबंकी

जवाब : आपको एलर्जी हो सकती है इसलिए आप पहले एलर्जी टेस्ट कराएं। किसी सरकारी अस्पताल में फिजीशियन को दिखा सकते हैं।

सवाल : मेरी उम्र 21 साल है, एक साल से पैर में सूजन है, डॉक्टर ने फाइलेरिया बताया है, क्या करूं।

- राहुल राजपूत, बाराबंकी

जवाब : फाइलेरिया में 21 दिन का दवा का कोर्स चलाया जाता है। कई बार पैर में सूजन किसी और वजह से भी हो सकती है, इसलिए पहले आप जिला अस्पताल में डॉक्टर को दिखाकर परामर्श लें।

सवाल : मेरी उम्र 64 साल है, साढ़े तीन साल पहले बाईपास सर्जरी हुई थी। थायरॉयड और डायबिटीज भी है, इस समय कफ, बलगम के कारण सीने में भारीपन की शिकायत रहती है।

- विजय नहारिया, गोंडा

जवाब : ये सारे लक्षण तो हाई रिस्क के हैं। निमोनिया भी कारण हो सकता है। डायबिटीज तीन गुना से ज्यादा होने पर टीबी की संभावना भी बढ़ जाती है इसलिए आप टीबी की जांच भी करा लीजिए।

सवाल : मां की उम्र ज्यादा है, उनको बहुत खांसी आ रही है, बलगम भी आ रहा है।

- रत्नेश मिश्रा, हरदोई

जवाब : उनको जिले के किसी सरकारी अस्पताल में फिजीशियन को दिखाकर एंटी एलर्जिक दवा दीजिए और इम्यूनिटी पॉवर को बढ़ाने के लिए तुलसी, आंवला, नींबू, संतरा आदि फ्रूट भी खिलाएं।

सवाल : मेरी उम्र 40 साल है, मोटापा बढ़ रहा है, पैरों में सूजन भी है।

- विपिन सिंह, हरदोई

जवाब : अपने खानपान पर नियंत्रण रखें, एक्सरसाइज करें, तले-भुने खाद्य पदार्थ, मिठाइयों, चाय आदि से परहेज करें। समय पर खाना खाएं, खाने से पहले सलाद, हरी पत्तेदार सब्जियां वैगरह खूब खाएं। कुछ लोगों में मोटापा आनुवांशिक भी होता है। यदि आप मांसाहारी हैं तो चिकन, मछली को ज्यादा तेल मसाले में बनाने के बजाय सूखा खा सकते हैं। एक महीने में एक स्वस्थ व्यक्ति को करीब आधा लीटर तेल का सेवन करना चाहिए। 

सवाल : माताजी की उम्र 85 साल है, उनकी सांस बहुत फूल रही है, शरीर में सूजन है। चेहरा, गला, पैर आदि में सूजन है, लारी में इलाज चल रहा है।

- अंजनि कुमार, गोंडा

जवाब : एक बार लारी लाकर डॉक्टर को दोबारा जांच कराएं। हो सकता है उनके फेफड़ों में पानी भर गया हो, प्रोटीन की मात्रा भी कम हो गई होगी। आप उनको हार्ट के अलावा किसी फिजीशियन को भी दिखा दीजिए।

सवाल : चेहरे पर जलन होती है, कभी-कभी सूजन भी आ जाती है, सिर में भी सूजन है, क्या करूं।

- अजय पांडेय, बाराबंकी

जवाब : गर्म पानी से नहाने, मुंह धोने या ब्लोअर के सामने ज्यादा देर बैठने कारण भी यह दिक्कत हो सकती है। चेहरे पर मॉश्चराइजर लगाइए, नहाने के बाद शरीर पर कोई तेल लगाएं, जिससे शरीर में नमी बनी रहे। सिर में सूजन के लिए डॉक्टर को दिखाएं।

सवाल : मेरी माताजी को बीपी बढऩे के कारण उनको नाक से खून आ गया था। जिला अस्पताल में दिखाया तो डॉक्टर की बताई दवा खा रहीं हैं, क्या दवा सेफ होगी।

- शैलेंद्र द्विवेदी, बाराबंकी

जवाब : उनकी गुर्दे की जांच नियमित कराएं, डॉक्टर ने जो दवा लिखी है, वह सेफ है, फिर भी आप एक बार उनकी केएफटी जांच करा लें।

सवाल : मुझे 15 दिन पहले जुकाम हुआ था, गले में खराश है, आवाज में भी बदलाव आ गया है, होम्योपैथी दवा ले रहा हूं, आराम नहीं है, टांसिल बढऩे की आशंका लग रही है, सुबह-शाम दिक्कत बढ़ जाती है।

- सुभाष, रायबरेली

जवाब : आप किसी फिजीशियन को दिखाएं। इसके अलावा ईएनटी डॉक्टर को दिखाएं और गले की जांच भी करा लें।

सवाल : मेरी उम्र 55 साल है, हृदय में खरखराहट की आवाज आती है, पेट में गैस बनने की भी समस्या है, दिल की धड़कन बढ़ जाती है, अल्ट्रासाउंड में सब नार्मल निकला है, क्या करूं।

- बाबूराम गुप्ता, लखीमपुर खीरी

जवाब : अल्ट्रासाउंड से पेट की दिक्कतों का पता चलता है, मगर दिल की धड़कन बढऩे की समस्या के लिए किसी हार्ट के डॉक्टर को दिखाएं। साथ ही मिर्च-मसाले का प्रयोग कम करें, हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं, एक्सरसाइज करें, खाना खाने के डेढ़ से दो तक लेटना नहीं चाहिए।

सर्दियों में ऐसे रखें ख्याल

  •  वायरल इंफेक्शन से बचाव के लिए आंवला का खूब प्रयोग करें, फ्रूट, हरी पत्तेदार सब्जियां, नींबू आदि का सेवन करें, इनसे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है
  •  गुड़, मूंगफली, तिल आदि भी सर्दियों में ज्यादा मिलती है, इनका सेवन करें, इनसे शरीर को प्रोटीन व आयरन मिलता है
  •  अक्सर सर्दियों में लोग पानी पीना कम कर देते हैं जो सही नहीं होता। ठंड में भी खूब पानी पीना चाहिए, इससे यूरिन इंफेक्शन, पथरी, त्वचा संबंधी रोग, स्किन ड्राई होने जैसे समस्याओं की संभावना नहीं होगी। इस मौसम में पानी गुनगुना करके पीएं
  •  ठंड में ब्लोअर चलाकर उसके सामने नहीं बैठना चाहिए, इससे स्किन ड्राई होने की समस्या होती है, त्वचा की नमी कम होने लगती है। जिस कमरे में ब्लोअर या हीटर चलाएं वहां एक बर्तन में पानी भरकर रखें
  •  तेज गर्म पानी से नहाने के बजाय हल्के गुनगुने पानी से नहाना चाहिए, नहाने के बाद नारियल या सरसों का तेल लगाएं या फिर नहाने के पानी में चार-पांच बूंद तेल मिलाकर नहाएं
  •  हीटर के बहुत पास से न बैठें इससे डायबिटीज के मरीजों और जिनको न्यूरोपैथी की दिक्कत हो, उनको हीटर की गर्मी से नुकसान पहुंच सकता है।

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