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Kamlesh Tiwari Murder Case : बरेली के मौलाना भी गिरफ्तार, हत्यारों से सामना कराने के बाद की गई कार्रवाई

कमलेश हत्याकांड में मौलाना कैफी अली सातवें आरोपी हैं जिन्हें गिरफ्तार किया गया है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Thu, 24 Oct 2019 09:05 PM (IST)Updated: Fri, 25 Oct 2019 08:30 AM (IST)
Kamlesh Tiwari Murder Case : बरेली के मौलाना भी गिरफ्तार, हत्यारों से सामना कराने के बाद की गई कार्रवाई

लखनऊ, जेएनएन। हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में पुलिस ने हत्यारोपी मोईनुद्दीन व अशफाक के मददगार बरेली के प्रेमनगर निवासी मौलाना कैफी अली को आखिरकार गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों हत्यारोपितों से कैफी अली का सामना कराने के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की।

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पुलिस ने सोमवार की देर रात मौलाना कैफी अली को हिरासत में लेकर उनकी भूमिका की पड़ताल शुरू की थी। कमलेश हत्याकांड में मौलाना कैफी अली सातवें आरोपी हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बरेली निवासी वकील मु. नावेद रजा सिद्दीकी को भी हिरासत में लिया है। पुलिस हत्यारोपितों से नावेद का भी सामना करायेगी। डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि मौलाना कैफी अली को गिरफ्तार कर लिया गया है। बरेली के वकील मु. नावेद को हिरासत में लेकर अभी पूछताछ की जा रही है।

कमलेश हत्याकांड में साजिशकर्ता सूरत (गुजरात) निवासी मौलाना मोहसिन शेख सलीम, फैजान, राशिद अहमद खुर्शीद अहमद पठान, नागपुर निवासी सैयद आसिम अली, हत्यारोपित अशफाक व मोईनुद्दीन के बाद मौलाना कैफी अली की गिरफ्तारी की गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक दोनों हत्यारोपितों ने घटना के बाद मौलाना कैफी अली से संपर्क किया था और बरेली जाकर उनसे मुलाकात भी की थी। मौलाना कैफी अली ने हत्यारोपितों को शरण देने के साथ ही उनका इलाज भी कराया था।

सूत्रों का कहना है कि दोनों हत्यारोपित बरेली में कुछ अन्य लोगों से भी मिले थे। बताया गया कि नागपुर निवासी आसिम ने हत्यारों का संपर्क बरेली निवासी वकील नावेद से कराया था। आरोप है कि नावेद अपनी कार से दोनों को नेपाल सीमा तक छोडऩे गये थे और उन्हें सीमा पार कराई थी। नेपाल में हत्यारों ने नया सिम लिया था और परिवार से संपर्क किया था। परिवार का दबाव पड़ने पर दोनों नावेद की मदद से ही नेपाल से वापस सीमा पार आये थे। पुलिस इन सभी तथ्यों की छानबीन कर रही है। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि नेपाल सीमा से दोनों हत्यारोपी टैंकर से पलिया पहुंचे थे, जहां से इनोवा से शाहजहांपुर गए थे। शाहजहांपुर से दोनों ट्रेन से दिल्ली गये और वहां से गुजरात-राजस्थान सीमा पर पहुंचे थे।

दो दिन पुलिस कस्टडी रिमांड पर हत्यारोपित

पुलिस ने कमलेश के हत्यारोपित मोइनुद्दीन और अशफाक को गोपनीय तरीके से गुरुवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष लेकर गई। पुलिस ने दोनों की कस्टडी रिमांड की अर्जी दी। इस पर मजिस्ट्रेट ने पुलिस को आरोपितों की दो दिन की कस्टडी रिमांड मंजूर कर दी, जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस दोनों को शुक्रवार सुबह गोसाईगंज जेल से लेकर निकलेगी।

हिंदू महासभा ने कमलेश का कार्यालय वापस लिया

कमलेश तिवारी की हत्या के बाद उनके खुर्शेदबाग स्थित कार्यालय को लेकर गहमागहमी बढ़ गई है। अखिल भारत हिंदू महासभा ने गुरुवार को इस कार्यालय में कमलेश तिवारी की श्रद्धांजलि सभा आयोजित करने के साथ ही कार्यालय पर अपना दावा किया। वहीं दूसरी ओर कमलेश तिवारी की हिंदू समाज पार्टी ने कार्यालय को अपना बताया है।


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