JantaCurfew UP सहारनपुर में सीएए के विरोधियों का जनता कर्फ्यू को समर्थन, लखनऊ व मुरादाबाद में धरना जारी
JantaCurfew UP महिलाओं ने जनता कर्फ्यू को समर्थन दिया है तो कोरोना वायरस से संक्रमण से ग्रसित लखनऊ के साथ मुरादाबाद में लोग अभी भी धरना पर बैठे हैं। इनको इसके कहर का खौफ नहीं है।
लखनऊ, जेएनएन। देश में कोरोना वायरस के कहर से बचने की खातिर जहां तमाम तरह के जतन के बीच रविवार को प्रात: सात बजे से रात नौ बजे तक जनता कर्फ्यू का आहवान किया गया है, वहीं नागरिकता संशोधन के विरोध में जुटे लोगों को इसके खतरे का आभास नहीं है। दिल्ली के शाहनी बाग के साथ ही उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में महिलाओं ने जनता कर्फ्यू को समर्थन दिया है तो कोरोना वायरस से संक्रमण से ग्रसित लखनऊ के साथ मुरादाबाद में लोग अभी भी धरना पर बैठे हैं। इन लोगों को इसके कहर का खौफ नहीं है।
जनता कर्फ्यू को लेकर सरकार के तमाम प्रयास तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 14 घंटा तक लोगों से घरों में रहने की अपील के बाद भी लखनऊ के घंटाघर तथा मुरादाबाद के ईदगाह मैदान में महिलाएं धरना दे रही हैं। इनको शायद कोरोना वायरस के संक्रमण का जरा भी डर नहीं है। यह लोग अपने आसपास के हजारों लोगों को संक्रमण देकर देश को खतरे में डाल सकते हैं। पुलिस के नोटिस के बाद भी जगह से हटे नहीं हैं।
लखनऊ में नौ तथा मुरादाबाद में एक को कोरोना वायरस का संक्रमण है। इसके बाद लखनऊ के साथ मुरादाबाद में मुस्लिम महिलाएं धरना पर डटी हैं। लखनऊ में घंटाघर पर शनिवार देर शाम से ही इनको हटाने का प्रयास किया गया, लेकिन इन सभी ने जिला तथा पुलिस के आग्रह को ठुकरा दिया।
मुरादाबाद में सीएए विरोधियों पर नहीं हुआ अपील का असर
मुरादाबाद में सीएए का विरोध करने वाली महिलाओं पर पीएम मोदी की जनता कर्फ्यू वाली अपील का असर नहीं हुआ है। यहां पर कोरोना वायरस के संक्रमण से शनिवार को एक युवती को भर्ती कराया गया है। प्रधानमंत्री की अपील के बाद स्थानीय सांसद व धर्मगुरुओं ने भी 14 घंटे के लिए आन्दोलन को स्थगित करने की अपील की थी, लेकिन प्रदर्शनकारी महिलाएं सारी अपील को ठुकराते हुए ईदगाह मैदान में एकत्र हैं। इस दौरान सुबह से सैकड़ों की संख्या में लोग ईदगाह मैदान में आ जा रहे हैं। यहां के थाना गलशहीद क्षेत्र के ईदगाह में मैदान में पिछले करीब दो महीने से महिलाएं सीएए के खिलाफ धरने पर हैं। पीएम मोदी की अपील के बाद शहर ईमाम व सपा सांसद ने भी लोगो से जनता कफऱ््यू को कामयाब बनाने की अपील की थी, लेकिन अपनी हठधर्मिता के चलते लोग दूसरों की भी परवाह नहीं कर रहे हैं। शनिवार को ही मुरादाबाद में एक 19 युवती में कोरोनावायरस पॉजिटिव पाया गया है। अब जिला प्रशासन इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी में है।
लखनऊ के घंटाघर में भी धरना जारी
कोरोना वायरस के संक्रमण के बचाव के लिए जनता कफऱ््यू के बीच भी लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहीं करीब चार दर्जन महिलाएं धरना पर बैठी है। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए्र्र) और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (एनपीआर) के विरोध में महिलाओं ने यहां घंटाघर में क्लॉक टॉवर के पास धरना जारी रखा है।
सहारनपुर में सांकेतिक धरना
सहारनपुर में मुत्तहिदा ख्वातीन कमेटी के बैनर तले पिछले 56 दिनों से सीएए के खिलाफ देवबन्द के ईदगाह मैदान में महिलाओं का धरना प्रदर्शन जारी है। इस धरना के बीच कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की कड़ी में कमेटी ने निर्णय लिया कि सभी महिलाएं धरना स्थल पर दूरी बनाकर बैठेंगी। इसी के तहत दो-दो मीटर की दूरी पर तख्त लगा कर प्रत्येक महिला एक तख्त पर बैठी है। कमेटी भी हर घण्टे बाद महिलाओं के सेनिटाइजर से हाथ धुलवा रही है। कमेटी ने जनता कर्फ्यू का पालन करने का आह्वान किया था। जिसके चलते ईदगाह मैदान सूना पड़ा रहा और टेंट का गेट बंद रखा गया। टेंट में बेहद कम संख्या में महिलाएं रही और दूरी बनाकर तख्त पर बैठी रही। धार्मिक पाठ कर देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को दुआएं करती रहीं।
शाहीन बाग में तख्त पर जूते-चप्पल रखकर धरना
दिल्ली के शाहीन बाग जनता कर्फ्यू के दौरान प्रदर्शनकारियों का प्रतीकात्मक धरना प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने प्रदर्शनस्थल पर मौजूदगी दर्ज कराने के लिए अपने जूते-चप्पल तख्त पर रख दिए हैं। शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने मानी जनता कर्फ्यू की अपील पर विरोध कर रहीं कुछ महिलाएं बोली कि कोरोना वायरस से भी लड़ेगे, धरना भी करेंगे।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर आज यानी 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू का पालन किया जा रहा है। जनता कर्फ्यू के तहत लोगों से घर से बाहर ना निकलने की अपील की गई है। प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर कोरोना वायरस को देखते हुए 22 मार्च को सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक जनता कर्फ्यू का ऐलान किया गया है।