'खाकी' का हक 'जय गंगाजल' पुलिस को मूल भावना से जोडऩे का प्रयास
सामाजिक मुद्दों पर कई फिल्में बना चुके निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा की नई फिल्म 'जय गंगाजल' चार मार्च को रिलीज हो रही है। इसके लिए उन्होंने नया प्रयोग किया है।
लखनऊ। सामाजिक मुद्दों पर कई फिल्में बना चुके निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा की नई फिल्म 'जय गंगाजल' चार मार्च को रिलीज हो रही है। इसके लिए उन्होंने नया प्रयोग किया है। समाज और पुलिस के संबंधों पर आधारित फिल्म के ट्रेलर की डीवीडी पुलिस थानों को भेजी गई हैं। फिल्म निर्देश प्रकाश झा समाज से जुड़ी फिल्में बनाते हैं। वर्ष २००३ में रिलीज हुई 'गंगाजल' फिल्म में उन्होंने पुलिस और राजनीति की जुगलबंदी के साथ एक पुलिस अफसर के जुनून को उजागर किया था। इसी क्रम में सीक्वल फिल्म 'जय गंगाजल' में भी बिहार की सामाजिक, राजनीतिक और पुलिस की भूमिका पर आधारित है। फिल्म निर्माता अनूठे अंदाज में फिल्म का प्रमोशन कर रहे हैं। प्रकाश झा ने देश भर के ६ हजार पुलिस स्टेशनों को पत्र और फिल्म जय गंगाजल के ट्रेलर की डीवीडी भेजी है। मथुरा के थाना बरसाना पहुंचे पत्र में प्रकाश झा ने लिखा कि व्यक्तिगत तौर पर भी पुलिस विभाग के लिए मेरे मन में बहुत आदर है और पुलिस समाज से ज्यादा सम्मान की हकदार है। अब आवश्यकता है कि प्रतिदिन की समस्याओं से जूझ रहे पुलिस तंत्र के प्रति समाज को संवेदनशील बनाया जाय। समाज में पुलिस के प्रयासों की आलोचना और अनदेखी होते देख बड़ी निराशा होती है। इसीलिए मैंने एक बार फिर इसी मुद्दे को चुना है। मुझे पूरी आशा है कि इस फिल्म के जरिए लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा। प्रकाश झा प्रोडक्शंस से जुड़े दयाराम यादव ने 'जागरण' को बताया कि देश के आठ हजार थानों में से ६ हजार थानों को पत्र और डीवीडी प्रेषित कर फिल्म गंगाजल की मूल भावना से परिचित कराया गया है।