बाबरी मस्जिद के मुद्दई इकबाल अंसारी 27 को करेंगे रामलला के दर्शन, परमहंसदास ने दिया निमंत्रण
होली की मिठाई लेकर इकबाल के कोटिया स्थित आवास पर पहुंचे महंत परमहंसदास। मंदिर निर्माण की तैयारियों के बीच बुलंद हो रही रामनगरी की सांझी विरासत।
अयोध्या, जेएनएन। रामनगरी में मंदिर निर्माण की तैयारियों के बीच सांझी विरासत भी बुलंद हो रही है। होली के पहले यदि मस्जिद के पक्षकार रहे मो. इकबाल अंसारी ने तपस्वी जी की छावनी सहित अनेक मंदिरों में पहुंच संतों के साथ होली खेली, तो शुक्रवार को तपस्वी छावनी के महंत परमहंसदास इकबाल के कोटिया स्थित आवास पर होली की मिठाई लेकर पहुंचे।
महंत परमहंसदास ने कहा, यह सामान्य मिष्ठान नहीं है बल्कि इसमें भाईचारा और आत्मिक एकता की मिठास घुली है। इसी मौके पर परमहंसदास ने इकबाल को रामलला के दर्शन की दावत दी, जिसे इकबाल ने सहर्ष स्वीकार किया। तय हुआ कि 25 मार्च को रामलला वैकल्पिक गर्भगृह में विराजमान होंगे और इसके बाद 27 मार्च को सुबह 10 बजे रामलला का दर्शन करना उचित होगा। इकबाल ने परमहंसदास का स्वागत करते हुए कहा, अब्बू (मरहूम हाशिम अंसारी) के समय से ही हमें अयोध्या के सछ्वाव और भाईचारा का बराबर अनुभव होता रहा।
मंदिर आंदोलन के पर्याय रामचंद्रदास परमहंस तथा अब्बू भले ही एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमा लड़ रहे थे, पर जाती तौर पर वे अच्छे दोस्त थे और हमें इस विरासत पर नाज है। रामलला के दर्शन का प्रस्ताव स्वीकार करने के सवाल पर इकबाल ने कहा, हम सदैव से रामलला का आदर करने वालों में रहे हैं। अब कोर्ट से जब यह तय हो गया है कि रामजन्मभूमि पर रामलला का विराजमान होना न्यायसंगत है, तब हमें रामलला का दर्शन कर बेहद खुशी होगी।