रायबरेली ट्रेन हादसा : मोबाइल की लोकेशन से पकड़ा रेलकर्मियों का झूठ
हरचंदपुर हादसे के समय तीन रेलकर्मियों ने दिया झूठा बयान। रेलवे ने जांच के लिए भेजा पटरी और प्वाइंट मशीन का हिस्सा।
लखनऊ(जेएनएन)। बीती 10 अक्टूबर को रायबरेली के हरचंदपुर स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त हुई न्यू फरक्का एक्सप्रेस मामले में तीन रेलकर्मियों का झूठ पकड़ में आया है। इन रेलकर्मियों ने हादसे के समय रायबरेली और बछरावां में खुद के होने का बयान दिया था। रेलवे ने जब उनके मोबाइल फोन की उसी समय की टॉवर लोकेशन निकाली तो वह घटनास्थल के पास पायी गई। वहीं, घटनास्थल की टूटी पटरियों और सिग्नल प्वाइंट मशीन को जांच के लिए आरडीएसओ भेजा गया है।
ये था मामला
माल्दा टाउन से नई दिल्ली आ रही न्यू फरक्का एक्सप्रेस हरचंदपुर स्टेशन के होम सिग्नल के पास गलत प्वाइंट सेट होने से मेन लाइन की जगह लूप लाइन पर आ गई थी। इसके चलते यह ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे की जांच रेल संरक्षा आयुक्त एसके पाठक कर रहे हैं। उन्होंने दो दिनों तक 28 रेलकर्मियों के अलावा चार वरिष्ठ रेल अफसरों के बयान दर्ज किए थे। जांच के दौरान सिग्नल से जुड़े तीन कर्मचारियों को प्वाइंट में गड़बड़ी की शिकायत करने की बात कही गई थी। इसमें इन कर्मचारियों ने बयान में कहा था कि घटना के समय वह रायबरेली और बछरावां में थे।
रेलवे ने अधिकांश रेलकर्मियों के मोबाइल फोन की टॉवर लोकेशन निकाली। घटना के समय जिन तीन कर्मचारियों ने अपनी लोकेशन दूसरे स्टेशनों पर बताई थी, वह सूचना गलत मिली। घटना के समय उनकी लोकेशन हरचंदपुर स्टेशन पर मिली है।
अब रेलवे नए सिरे से इन कर्मचारियों से पूछताछ की तैयारी कर रहा है। वहीं दूसरी ओर घटनास्थल से लाए गए प्वाइंट मशीन और पटरियों की टुकड़ों को आरडीएसओ की लैब में जांच को भेजा गया है। सिग्नल प्वाइंट मशीन की रिपोर्ट से यह साफ हो सकेगा कि चूक किस स्तर पर हुई है।