DGP ने पूछा कैसे करेंगी महिलाओं की सहायता, मिला ये जवाब
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर हजरतगंज कोतवाली पहुंचे डीजीपी महिला पुलिसकर्मियों से की वार्ता। महिला पुलिसकर्मियों ने बेबाकी से दिया डीजीपी के सवालों का जवाब।
लखनऊ, जेएनएन। पुलिस विभाग में महिलाओं की संख्या बहुत कम है। इसलिए भर्ती निकलने पर अधिक से अधिक महिलाएं पुलिस फोर्स का हिस्सा बनें। हमारी कोशिश यही रहती है कि विभाग में कम से कम 30 फीसद महिलाएं हों। महिला पुलिसकर्मी विभाग का स्थायी स्तंभ हैं।
शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर यह बात डीजीपी ओपी सिंह ने हजरतगंज कोतवाली में कही। इस दौरान डीजीपी ने महिला पुलिसकर्मियों से सवाल किए तो उन्होंने बेबाकी से उनके जवाब दिए। इस पर डीजीपी ने उनकी सराहना की। इस दौरान एडीजी कार्मिक नीरा रावत, एसएसपी कलानिधि नैथानी, एएसपी पूर्वी सुरेश चंद्र रावत, सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र, सीओ कैंट तनु उपाध्याय और करीब 40-50 महिला पुलिसकर्मी मौजूद रहीं।
कोई पीडि़त महिला मिली तो कैसे करेंगी उसकी मदद?
डीजीपी ने हॉल में बैठी महिला थाने की सिपाही ललिता शर्मा से पूछा कि रात में सफर में कोई पीडि़त महिला आपको मिली तो उसकी मदद कैसे करेंगी। ललिता ने उत्तर दिया सर महिला से मिलकर सबसे पहले उसकी समस्या पूछेंगे। इसके बाद ढांढस बंधाते हुए अगर मेरे पोस्टिंग क्षेत्र में है तो तत्काल अपने प्रभारी को सूचना देकर उसे थाने लेकर पहुंचेंगे। उसके मामले में तत्काल कार्रवाई करेंगे।
अगर किसी अन्य थानाक्षेत्र का मामला है तो उन्हें जानकारी देकर महिला की पूरी मदद कर उसकी सुरक्षा करेंगे। इसके बाद डीजीपी ने साइबर क्राइम सेल की सिपाही विभा से पूछा कि आप किसी महिला की कैसे मदद करेंगी। विभा ने बताया कि पीडि़ता से सहज और शालीन भाव में उसकी समस्या की जानकारी लेंगे। इसके बाद लिखित में उससे प्रार्थनापत्र लेकर तत्काल मदद करेंगे। अगर महिला को किसी भी प्रकार की सुरक्षा की जरूरत पड़ी तो जरूर करेंगे।
वहीं, महिला थाने की पूजा निराला से डीजीपी ने पूछा कि परिवारीजनों से प्रताडि़त किसी महिला की मदद कैसे करेंगी। पूजा ने जवाब दिया-उसकी समस्या सुनकर सांत्वना देते हुए पीडि़ता के परिवारीजनों को थाने बुलाएंगे अथवा फोर्स के साथ उसके घर पहुंचेंगे। दोनों पक्षों को बैठाकर उन्हें समझाएंगे। उसकी बात से जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई होगी। डीजीपी ने सभी महिला पुलिसकर्मियों की सराहना करते हुए कहा कि आज महिलाएं सशक्त हैं।