कैंप आयोजित हो सकते हैं तो टूर्नामेंट क्यों नहीं: अंतरराष्ट्रीय शटलर श्रुति मिश्रा
अंतरराष्ट्रीय शटलर और लखनऊ निवासी श्रुति मिश्रा का मानना है कि सतर्कता के साथ टूर्नामेंट के आयोजन पर हो विचार। कोरोना से डरने की नहीं सतर्क रहने की जरूरत। श्रुति ने दैनिक जागरण से अपना अनुभव साझा किया।
लखनऊ, जेएनएन। लंबे अरसे बाद ट्रेनिंग की वापसी से मैं बहुत उत्साहित हूं। ऐसा नहीं था कि हम लय में नहीं थे क्योंकि लॉकडाउन में भी हम अपने घरों में तैयारी कर रहे थे, लेकिन इसकी तुलना अकादमी में होने वाली ट्रेनिंग से नहीं की जा सकती। बेशक, कोरोना को हल्के में नहीं लिया जा सकता, लेकिन मेरा मानना है कि जिस तरह सतर्कता के साथ ट्रेनिंग कैंप का आयोजन किया जा रहा है, उसी टूर्नामेंट कराने पर भी विचार होना चाहिए। यह कहना है अंतरराष्ट्रीय शटलर और लखनऊ निवासी श्रुति मिश्रा का। एक खिलाड़ी के लिए कोरोनाकाल में फिटनेस और लय बरकरार रखना कितनी बड़ी चुनौती थी इसके बारे में श्रुति ने गुरुवार को दैनिक जागरण से अपना अनुभव साझा किया।
सरकार की अनुमति के बाद गोमतीनगर स्थित बाबू बनारसी दास यूपी बैडमिंटन अकादमी में 15 अक्टूबर से ट्रेनिंग कैंप की शुरुआत कर दी गई है। इसमें शहर की शीर्ष खिलाडिय़ों के अलावा कुल 40 शटलर दो शिफ्ट में अपनी तैयारी को धार दे रहे हैं। राज्य से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने रैकेट का दमखम दिखाने वाली श्रुति ने पिछले दो वर्षों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उन्होंने बताया कि हमें अपना स्तर पता है और पता है कि प्रतिस्पर्धा पेश करते हुए हम कहां पर हैं। एक खिलाड़ी को खेलने की जरूरत है क्योंकि तभी उसे पता चलेगा कि उसकी स्थिति क्या है।
कोरोना से डरने की नहीं, सतर्क रहने की जरूरत
श्रुति का मानना है कि अच्छी फिटनेस और मजबूत डाइट की वजह से एक खिलाड़ी की रोग-प्रतिरोधक क्षमता सामान्य व्यक्ति की तुलना में काफी बेहतर होती है। इसलिए खिलाडिय़ों को डरने की नहीं, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। भारतीय बैडमिंटन संघ ने और स्वास्थ्य मंत्रालय ने वायरस से बचने के लिए जो गाइडलाइन जारी किया है उसका पालन करने के बाद संक्रमित होने की संभावना न के बराबर है। श्रुति का मानना है कि इन दिनों कोरोना संक्रमितों का ग्राफ तेजी से नीचे आया है। शायद यही वजह है कि मेरी उम्मीद भी टूर्नामेंट को लेकर बढ़ी है। एक खिलाड़ी के लिए टूर्नामेंट से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं हैै। ईश्वर से हर दिन प्रार्थना करती हूं कि जल्द ही वह दिन आये जब हमारे देश से कोरोना वायरस का संक्रमण पूरी तरह से खत्म हो जाये।