जब मंच पर उतरे रामायण के पात्र, फिर भक्ति के रंग में रंगा माहौल Lucknow News
संगीत नाटक अकादमी के सभागार में चल रहे तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय रामायण महोत्सव 2019 का हुआ समापन। मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हुए शामिल।
लखनऊ, जेएनएन। सीता मइया का हरण, अग्नि परीक्षा के साथ लवकुश प्रसंग को जब विदेशी कलाकारों ने मंच पर उतारा तो पूरा सभागार भक्ति मय हो गया। संस्कृति विभाग, पर्यटन विभाग के सहयोग से भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद की ओर से तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय रामायण महोत्सव 2019 का समापन रविवार को किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहे। उनके साथ उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा समेत कई मंत्री मौजूद रहे।
संगीत नाटक अकादमी में आयोजित कार्यक्रम में फिजी, कंबोडिया के कलाकारों ने रामलीला का मंचन कर सभी को आनंदित कर दिया। महोत्सव के अंतिम दिन फिजी के सत्संग रामायण मंडली के कलाकारों ने सीता प्रसंग को प्रस्तुत किया। सीता मइया के बाल्यकाल से लेकर सीता हरण के प्रसंगों के साथ शाबरी प्रसंग को मंच पर पेश कर कलाकारों ने माहौल को भक्ति के रंग में सराबोर कर दिया। जिसमें सीता स्वयंवर में भगवान राम के शिव धनुष के उठाने के साथ ही पूरा वातावरण राम की भक्ति में लीन हो गया। वहीं, रामलीला प्रस्तुति में कंबोडिया के रामलीला दल के कलाकारों ने लव कुश प्रसंग को पेश किया। जिसमें भगवान राम के बेटे के जन्म से लेकर हनुमान संग उनके युद्ध और उसके बाद अश्वमेघ यज्ञ को घोड़ा रोकने के प्रसंग ने सबको आनंदित कर दिया। प्रसंग में लव कुश की वीरता को दिखाया गया जिसके आगे बलवान हनुमान भी हार मान जाते है अंत में भगवान राम की तलाश करते हुए लव कुश उनके पास पहुंच जाते है। कार्यक्रम में मंत्री आशुतोष टंडन, मंत्री नीलकंठ तिवारी, मंत्री महेंद्र सिंह, संस्कृति सचिव जीतेंद्र कुमार, निदेशक शिशिर आदि समेत कई लोग मौजूद रहे।
चित्रों में दिखी रामायण
रामायण महोत्सव के तीसरे दिन राज्य ललित कला अकादमी की ओर से दो दिवसीय दिव्यांग कला शिविर में तैयार की गई पेंटिंग की प्रदर्शनी लगाई गई। अकादमी के सचिव यशवंत सिंह राठौर ने प्रदर्शनी के बारे में बताया कि रामायण के पात्रों को चित्रों में दिखाया गया है।