Zilla Panchayat Adhyaksh Oath Ceremony: सीतापुर में शपथ ग्रहण में आए मिश्रिख सांसद का अपमान, परिचय बताने के बाद भी गेट पर रोका
सीतापुर में जिला पंचायत अध्यक्ष के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में आए मिश्रिख सांसद अशोक रावत का भी पुलिस ने अपमान कर दिया। प्रोटोकाल के अनुरूप स्वागत तो दूर अव्यवस्थाओं की वजह से उन्हें काफी देर तक गेट पर ही खड़ा रहना पड़ा।
सीतापुर, जागरण संवाददाता। जिला पंचायत अध्यक्ष के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में आए मिश्रिख सांसद अशोक रावत का भी पुलिस ने अपमान कर दिया। प्रोटोकाल के अनुरूप स्वागत तो दूर, अव्यवस्थाओं की वजह से उन्हें काफी देर तक गेट पर ही खड़ा रहना पड़ा। उन्होंने परिचय दिया, लोगों ने समझाया, इसके बाद उन्हें अंदर जाने की अनुमति मिली। अंदाजा लगाया जा सकता है कि सांसद मिश्रिख अशोक रावत को जब इतनी मशक्कत करनी पड़ी तो आमजन का क्या हाल रहा होगा।
दरअसल, जिला पंचायत अध्यक्ष के शपथ ग्रहण कार्यक्रम को लेकर सिर्फ कलेक्ट्रेट गेट की ही नहीं, बल्कि जिला मुख्यालय की सभी प्रमुख सड़कों पर बैरीकेडिंग बनाई गई थी। इन सड़कों पर आमजन को जाने से रोका जा रहा था। जनप्रतिनिधि तो अपनी गाड़ियों के जरिये अंदर पहुंच गए लेकिन, कलेक्ट्रेट में दिक्कत हो ही गई। इसी से सांसद मिश्रिख अशोक रावत को भी जिला पंचायत के गेट पर रोक लिया गया। सांसद के अपमान को लेकर जिला पंचायत प्रशासन भी कटघरे में हैं। सांसद को आमंत्रित किया गया तो उनके प्रोटोकाल का ख्याल क्यों नहीं रखा गया, इस पर सवाल उठ रहे हैं।
कार्यकर्ताओं की भी अनदेखीः कुछ जिलों में शपथ ग्रहण कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ताओं को भी बुलाया गया था। सीतापुर में यह कार्यक्रम बंद सभागार में ही था। ऐसी स्थिति में चुनाव के वक्त पसीना बहाने वाले भाजपा कार्यकर्ता भी इस कार्यक्रम में शिरकत नहीं कर सके। बड़े पदाधिकारी ही जीत के बाद इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बन सके। इसको लेकर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में भी टीस दिखाई दी।
मुझे बाकायदा फोन कर शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित किया गया था। सीतापुर सांसद भी नहीं थे। ऐसे में मुझे समय निकालकर आना पड़ा। जिला पंचायत गेट पर जो हुआ, वह ठीक नहीं था। अधिकारियों ने शपथ ग्रहण में बुलाया था तो आमंत्रित जनप्रतिनिधियों का ख्याल तो रखना ही चाहिए था। मैंने परिचय दिया, इसके बावजूद गेट पर लगे लोग यह समझ नहीं सके। - अशोक रावत, सांसद मिश्रिख
मुझे भी यह सुनने में आया था कि मिश्रिख सांसद को रोका गया। हम लोगों ने सांसदजी का अंदर सम्मान किया। बाहर हम लोगों की ड्यूटी नहीं थी। -वर्तिका, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत