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सीतापुर: डकैती के समय गोली लगने से घायल युवक की मौत, बदमाशों से भिड़ा था निहत्थे

सीतापुर 20 मई की रात डकैतों ने बोला था धावा। युवक के विरोध करने पर बदमाशों ने मारी थी गोली। युवक के शरीर का निचला हिस्सा पैरालाइज इलाज के दौरान मौत।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Mon, 22 Jun 2020 03:00 PM (IST)Updated: Mon, 22 Jun 2020 03:00 PM (IST)
सीतापुर: डकैती के समय गोली लगने से घायल युवक की मौत, बदमाशों से भिड़ा था निहत्थे
सीतापुर: डकैती के समय गोली लगने से घायल युवक की मौत, बदमाशों से भिड़ा था निहत्थे

सीतापुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में डकैती के समय गोली लगने से घायल युवक की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बीती 20 मई को युवक के घर में बदमाशों ने धावा बोला था। बहादुर युवक बदमाशों से भिड़ गया। इसी बीच बदमाश ने उसे गोली मार दी। घायल युवक का इलाज लखनऊ में चल रहा था। हालत बिगड़ने पर उसकी मौत हो गई। वहीं, पुलिस का कहना है कि प्रकरण में दर्ज केस की धाराओं को परिवर्तित कर डकैती के साथ अब हत्या की धाराएं भी जोड़ी जाएंगी। 

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ये है पूरा मामला 

मामला थाना रामपुर कला क्षेत्र के गांव सरैंया राजा साहब का है। 20 मई की रात नरेश चंद्र मिश्र के घर डकैतों ने धावा बोला था। इस दौरान डकैतों ने विरोध करने पर नरेश चंद्र मिश्र के पुत्र मनीष मिश्र को गोली मार दी थी। मनीष को ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर किया गया था। बताया जाता है कि गोली लगने से घायल मनीष के शरीर का निचला हिस्सा पैरालाइज हो गया था। जिसका उपचार लखनऊ में चल रहा था। सोमवार की सुबह मनीष की तबीयत अचानक बिगड़ी और मौत हो गई। नरेश चंद्र मिश्र बाल विकास परियोजना कार्यालय श्रावस्ती में प्रधान सहायक के पद पर तैनात हैं। मौत की सूचना पर नाते, रिश्तेदार घर पहुंच चुके थे। घटना को लेकर सभी गमगीन थे। 

विरोध करने पर मारी थी गोली

बताया जाता है कि बदमाशों का विरोध नरेश चंद्र की पत्नी कांति मिश्रा व मनीष ने किया था। बदमाश कांति से अलमारी की चाबी मांग रहे थे। चाबी न देकर दोनों भिड़ गए। इसपर बदमाशों ने मनीष को गोली मार दी। असलहे के बट से नरेश के सिर पर भी बदमाशों ने वार किया था।

अच्छा खिलाड़ी था मनीष

मनीष उत्कृष्ट एथलीट था। 100 व 200 मीटर रेस में प्रतिभाग कर मंडल स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया था। वह क्रिकेट का भी अच्छा खिलाड़ी था। खेलों में अच्छे प्रदर्शन के लिए मनीष को दो दर्जन से अधिक मेडल व स्मृति चिह्र मिले थे। परिवारजन के अनुसार, उसका चयन कई माह पूर्व मर्चेंट नेवी में हो गया था, लेकिन उसने ज्वाइन नहीं किया था।

पुलिस ने राजफाश का दावा किया था

डकैती में पुलिस ने छह जून को राजफाश का दावा करते हुए आठ डकैतों को गिरफ्तार करने का दावा किया था। सीओ अंकित कुमार के मुताबिक, प्रकरण में दर्ज केस की धाराओं को परिवर्तित किया जाएगा। डकैती के साथ अब हत्या की धाराएं भी जोड़ी जाएंगी। 


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