Indian new year : इस बार 13 महीने का होगा भारतीय नववर्ष, ऐसे होती है विक्रम संवत की गणना
Indian new year प्रत्येक वर्ष 11 दिन तीन घड़ी और लगभग 48 पल का अंतर पड़ जाता है।
लखनऊ, जेएनएन। Indian new year वासंतिक नवरात्र के साथ ही भारतीय नववर्ष की शुरुआत होगी। यह वर्ष 13 महीने का होगा। ज्योतिष शास्त्र में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को वर्ष प्रतिपदा कहा गया है। यह भारतीय कालगणना का प्रथम दिन है। इसी दिन से भारतीय विक्रमी नववर्ष की शुरुआत होती है। इस बार 25 मार्च 2020 से विक्रम संवत-2077 प्रारंभ हो रहा है। इसे प्रमादी संवत्सर के नाम से जाना जाएगा।
नए संवत्सर का राजा बुध और मंत्री चंद्रमा रहेगा। ज्योतिषाचार्य राकेश पांडेय ने बताया कि देश में कालगणना की अनेक विधियां प्रचलन में रही हैं। इनमें चंद्र गणना पर आधारित पद्धति प्रमुख है। विक्रम संवत की गणना भी इसी आधार पर की जाती है। इसमें चंद्रमा की 16 कलाओं के आधार पर दो पक्ष (शुक्ल व कृष्ण) का एक मास होता है। कृष्ण प्रतिपदा से पूर्णिमा तक प्रत्येक चंद्रमास में साढ़े 29 दिन होते हैं। इस प्रकार एक वर्ष 354 दिन का हुआ। पृथ्वी को सूर्य के परिभ्रमण में 365 दिन व छह घंटे लगते हैं। प्रत्येक वर्ष 11 दिन तीन घड़ी और लगभग 48 पल का अंतर पड़ जाता है।
यह अंतर तीन वषों में बढ़ते-बढ़ते लगभग एक मास का हो जाता है। इन शेष दिनों के समायोजन और कालगणना का अंतर पाटने के लिए तीन वर्ष में एक अधिमास की व्यवस्था है। प्रत्येक तीसरे वर्ष चंद्रमासों में एक मास की वृद्धि हो जाती है, जिसे अधिमास, मलमास अधिकमास या पुरुषोत्तम मास कहते हैं। चंद्रमास के अनुसार यह 13वां मास हो जाता है। इसी वजह से यह साल 13 महीने का होगा।