छात्रों के बीमार होने के मामले में कुलपति की बड़ी कार्रवाई, पूरी कमेटी बर्खास्त
उर्दू विश्वविद्यालय के मेेस में खाना खाने के बाद कई छात्र बीमार हो गए थे। इस मामले में कुलपति ने की बड़ी कार्रवाई। घटना की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम गठित।
लखनऊ, जेएनएन। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय में मेस का खाना खाने से दो दर्जन छात्रों के बीमार होने के मामले में कुलपति प्रो मारुफ मिर्जा ने कड़ी कार्रवाई की है। कुलपति के आदेश पर चीफ प्रोवोस्ट, वार्डेन समेत छात्रावास की पूरी कमेटी बर्खास्त कर दी गई है। नई कमेटी गठित कर छात्रावास की निगरानी व व्यवस्था की जिम्मा उसे दिया गया है।
शुक्रवार को दैनिक जागरण की ओर से उर्दू विवि के दो दर्जन छात्र बीमार, एक आइसीयू में खबर प्रकाशित होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन हरकत में आया। खबर का असर रहा कि बच्चों के बीमार होने की जानकारी होते ही गैर प्रांत की यात्रा पर चल रहे कुलपति प्रो मारुफ मिर्जा को अपनी यात्रा बीच में छोड़ कर वापस आना पड़ा। प्रो मिर्जा ने मामले की गंभीरता को देख विवि प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की और लापरवाही के आरोप में प्रोवोस्ट, दो वार्डेंन समेत पूरे छात्रावास की कमेटी बर्खास्त कर दी।
उन्होंने नए सिरे से छात्रावास कमेटी की गठन करने के निर्देश दिए। जिसके तहत उर्दू विभाग के हेड प्रोफेसर एसएस अशर्फी को प्रोवोस्ट व एसोसिएट प्रोफेसर उर्दू विभाग डॉ सौबान सईद को वार्डेन और फारसी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर जावेद अख्तर को वार्डेन पद की जिम्मेदारी सौंपी है।
मामले की जांच के लिए कमेटी गणित
अस्पताल में भर्ती छात्रों के अलावा कई अन्य छात्रों के बीमार होने के मामले की जांच के लिए वीसी के आदेश पर कुलसचिव की ओर से जांच कमेठी गठित की गई है। कमेटी का अध्यक्ष लखनऊ विश्वविद्यालय के वाणिज्य संकाय अध्यक्ष प्रो सोमेश शुक्ला को अध्यक्ष, अरबी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो मसऊद आलम, व्यवसाय प्रबंध विभागाध्यक्ष प्रो सैयद हैदर अली व पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ रुचिता सुजय चौधरी को सदस्य बनाया है। साथ ही 15 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट दिए जाने के निर्देश दिए हैं।
एफएसडीए की टीम ने किया दौरा
वीसी ने बताया कि छात्रावास में खाने की गुणवत्ता व साफ सफाई समेत अन्य बिंदुओं पर जांच करने शनिवार को फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर (एफएसडीए) की टीम विवि पहुंची और जांच पड़ताल की। वीसी ने बताया कि बीमार पडऩे वाले अधिकांश छात्र बीएड कर रहे हैं। घटना के बाद करीब 19 छात्र इलाज कराने पहुंचे थे। उन्होंने इसकी सूची भी सार्वजनिक तौर पर प्रस्तु की। उधर शुक्रवार को बीमार छात्रों का हाल जानने पहुंची छात्रनेता पूजा शुक्ला ने कुलपति के निर्णर्यों को स्वागत किया और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।