आपात स्थिति में आगे आया IITR, Coronavirus की जांच के लिए KGMU को सहयोग देने की पेशकश
अन्य वैज्ञानिक प्रयोगशालाएं जैसे सीडीआरआई एनबीआरआई नाइपर व सीमैप ने भी इस ओर कदम बढ़ाया है।
लखनऊ, जेएनएन। भारतीय विश्व विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आईआईटीआर) ने कोरोना वायरस की जांच के लिए पेशकश की है। संस्थान के पास कोरोना वायरस की जांच के लिए सारी सुविधाएं हैं और वह इस आपात स्थिति में अपना योगदान देना चाहता है ।
आईआईटीआर के निदेशक डॉ आलोक धावन ने केजीएमयू की माइक्रोबायोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉ.अमिता जैन को, जो कि कोरोना वायरस टेस्टिंग की नोडल अधिकारी भी हैं पत्र लिखकर कहा है कि वह यदि चाहे तो वह जांच में सहयोग कर सकते हैं। डॉ. अमिता जैन ने आश्वासन दिया है कि वह संस्थान के तीन वैज्ञानिकों को टेस्ट की जांच के लिए प्रशिक्षित करेंगे । इसके उपरांत आईसीएमआर से कुछ सैंपल भेजे जाएंगे जिनकी आईआईटीआर जांच करेगा। यदि जांच सही पाई गई तो इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा आइआई टीआर को इसके लिए सर्टिफाई किया जाएगा। अन्य वैज्ञानिक प्रयोगशालाएं जैसे सीडीआरआई, एनबीआरआई ,नाइपर व सीमैप ने भी इस ओर कदम बढ़ाया है। लेकिन यह तभी मुमकिन होगा जब आईसीएमआर द्वारा इनको स्वीकृति मिल जाती है ।
बताते चलें की महापौर संयुक्ता भाटिया द्वारा वैज्ञानिकों की बैठक बुलाई गई थी महापौर ने वैज्ञानिकों से यह जानना चाहा कि इस आपात स्थिति में वह किस तरीके से मदद कर सकते हैं । दरअसल कोरोना के बढ़ते मामलों में जांच की सुविधा बढ़ाना बहुत जरूरी है । महापौर यही चाहती थी कि शहर में मौजूद वैज्ञानिक संस्थानों में यदि जांच करना मुमकिन है तो यह सुविधा जल्द से जल्द शुरू की जाए । जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच मुमकिन हो सके ।बताते चलें कि पीजीआई में भी आईसीएमआर ने जांच की अनुमति दे दी है । कोरोना वायरस की जांच अभी तक केजीएमयू में ही थी लेकिन जैसे-जैसे दबाव बढ़ रहा है यह जरूरी हो गया है कि जांच केंद्र बढ़ाए जाएं ।बैठक में आईआईटीआर ,सीडीआरआई, एनबीआरआई ,सीमैप नाइपर के वैज्ञानिक व निदेशक मौजूद रहे।
आईआईटीआर सैनिटाइजर की 10000 बोतल देगा आईआईटीआर
प्रोफेसर आलोक धावन ने बताया कि संस्थान में डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुसार सैनिटाइजर तैयार करने की पहल की है । इस कड़ी में सोमवार को सारे केमिकल मंगा लिए गए हैं । साथ ही 50 मिलीलीटर की 10,000 बोतलों का भी प्रबंध कर लिया गया है ा संस्थान के वैज्ञानिक मंगलवार को सैनिटाइजर बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेंगे । इस संबंध में मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम से प्रोफेसर धावन कि सोमवार को मुलाकात हुई। मंडलायुक्त ने उनकी इस पहल को जनहित में बताया है।