लोकबंधु अस्पताल में आइसीयू की क्षमता होगी दोगुनी
जेएनएन लखनऊ। कोरोना संक्रमण की दर भले ही करीब एक महीने से काफी हद तक नियंत्रण मे
जेएनएन, लखनऊ।
कोरोना संक्रमण की दर भले ही करीब एक महीने से काफी हद तक नियंत्रण में हो, लेकिन मौतों पर काबू नहीं हो रहा है। कोरोना के गंभीर मरीजों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। अब भी मरीजों को आइसीयू व वेंटिलेटर के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, हालांकि अब वेंटिलेटर व आइसीयू की दिक्कतें काफी हद तक कम हो जाएंगी। दरअसल, लोकबंधु अस्पताल गंभीर कोरोना मरीजों के लिए आइसीयू में बेडों की क्षमता 30 से बढ़ाकर 60 करने जा रहा है।
राजधानी के एकमात्र लेवल- 2 कोविड अस्पताल ने मौजूदा समय में आइसीयू की क्षमता डेढ़ गुना तक बढ़ा ली है यानी अब बेडों की संख्या 40 तक हो चुकी है। जल्द ही इसे निर्धारित लक्ष्य तक पहुंचाया जाएगा। वेंटिलेटर की क्षमता भी बढ़ी
लोकबंधु कोविड अस्पताल में पहले सिर्फ 12 ही वेंटिलेटर थे, लेकिन 10 नए वेंटिलेटर आ जाने से इनकी संख्या बढ़कर 22 हो चुकी है, जिसे आने वाले समय में 30 तक किया जा सकता है। फेफड़ों तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए मिली सी-पेप मशीन
कोरोना वायरस अक्सर मरीजों के फेफड़ों पर वार करता है, जिससे मरीज आसानी से ऑक्सीजन नहीं ले पाता। इस वजह से लगातार उसके ऑक्सीजन का स्तर गिरता जाता है। ऐसे में आइसीयू में मरीज को रखकर ऑक्सीजन सिलिंडर के जरिए पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचाई जाती है। इसके लिए अब अस्पताल को नई सी -पेप मशीन मिल गई है।
क्या है सी-पेप मशीन: कंटीन्यूअस पॉजिटिव एयर वे प्रेशर मशीन है जो कि ऑक्सीजन को प्रेशर के साथ फेफड़े तक पहुंचाने का काम करती है।
-आइसीयू में बेड की संख्या बढ़ाकर 40 तक कर ली गई है। वेंटिलेटर की कुल संख्या 22 हो चुकी है। सी-पेप मशीन भी हमारे पास आ चुकी है। इससे गंभीर कोरोना मरीजों की दिक्कतें काफी हद तक आसान हो जाएंगी। आगे निर्देश के मुताबिक क्षमता वृद्धि की जाएगी।
- डॉ. अमिता यादव, सीएमएस, लोकबंधु कोविड-19 अस्पताल