Navratri 2019: घरों में कलश स्थापना, सजा मां का दरबार-लगी भक्तों की कतार
लखनऊ में नवरात्र की धूम। मंदिरों में सजा दरबार और घरों हुई पूजा-अर्चना।
लखनऊ, जेएनएन। मां दुर्गा के विविध स्वरूपों के पूजन का पर्व नवरात्र शनिवार से शुरू हो गया। सजे दरबार में कलश स्थापना के संग जहां मां के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की विधि विधान से पूजा हुई। मां दुर्गा के दर्शन के लिए जहां श्रद्धालुओं की सुबह से ही मंदिरों में कतारें लगी रहीं तो दूसरी ओर देर शाम मां के चरणों में महिलाओं ने भजनों का गुलदस्ता पेश किया गया।
घरों में पुरोहितों ने कलश स्थापना कराई और श्रद्धालुओं ने उनका आशीर्वाद लिया। घट स्थापना के उपरांत श्रद्धालुओं ने 'ऊं दुर्गे दुर्गे रक्षिणि स्वाहा' का जप कर मां का आशीर्वाद लिया। कैसरबाग के घसियारी मंडी स्थित कालीबाड़ी मंदिर में महिषासुरमर्दिनी का पाठ किया गया। मंदिर के अध्यक्ष गौतम भट्टाचार्य ने बताया कि हर दिन पाठ होगा। चौक की बड़ी व छोटी काली जी मंदिर के पास शुरू हुए मेले में उमड़े श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन कर मनचाहा वरदान मांगा।
चौक के संतोषी माता मंदिर में देशी-विदेशी फूलों से मां का दरबार सजाया गया। मंदिर के विष्णु अवस्थी ने बताया कि हर दिन अलग-अलग पुष्पों से शृंगार होगा। ठाकुरगंज के मां बाघम्बरी पूर्वी देवी मंदिर में पीले फूलों से मां का दरबार सजाया गया वही मां को हल्का गुलाबी रंग का वस्त्र धारण कराया गया। शास्त्रीनगर दुर्गा मंदिर पर फलों से मां के दरबार को सजाया गया।
संदोहन माता मंदिर, संकटा देवी मंदिर, त्रिवेणीनगर योगी नगर दुर्गा मंदिर, मदेयगंज दुर्गा मंदिर, चिनहट के मां जानकी मंदिर, कैसरबाग दुर्गा मंदिर, हाथी बाबा वाले मंदिर के अलावा कृष्णानगर के इंद्रेश्वर मंदिर, सैसोवीर मंदिर, तुलसी मानस मंदिर, आलमबाग के दुर्गा मंदिर, मौनी बाबा मंदिर समेत डालीगंज, अलीगंज, महानगर, इंदिरानगर, गोमतीनगर के मंदिरों के अलावा सभी मंदिरों में मां के पूजन के लिए श्रद्धालुओं की कतार लगी रहीं। वहीं गीत संगीत के साथ कुडिय़ा घाट पर भारतीय नव वर्ष के स्वागत में आरती हुई। देर शाम कवि सम्मेलन के साथ आतिशबाजी भी होगी।