ट्रेनों में उमड़ी वापसी यात्रियों की भीड़, इस बार भी रेलवे के इंतजाम नाकाफी
लखनऊ मेल एसी एक्सप्रेस शताब्दी काशी के वीआइपी कोटा करने में छूटा पसीना। हर बार की तरह इस बार भी इंतजाम नाकाफी रहे वेटिंग वाले यात्री हुए परेशान।
लखनऊ, जेएनएन। एक बार फिर होली में रेलवे द्वारा किए गए इंतजाम ऊंट के मुंह में जीरे के समान रहे। लखनऊ से दिल्ली जाने वाले तीन हजार से अधिक यात्रियों को बर्थ ही रेलवे उपलब्ध नहीं करा पाया। जनरल टिकट व वेटिंग टिकट लेकर यात्रियों को सफर करना पड़ा। यही नहीं लखनऊ मेल, एसी एक्सप्रेस, शताब्दी, काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, गोरखधाम एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में वीआइपी कोटा देने में वाणिज्यक अफसरों के पसीने छूट आए। कई वीआइपी यात्रियों को निराशा हाथ लगी।
होली के बाद लौटने वालों की सबसे अधिक भीड़ रविवार को थी। कहने को कुछ ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए गए थे, लेकिन वह नाकाफी थे। वेटिंग वाले यात्रियों को रेलवे राहत देने में विफल रहा। कुछ यही हाल लखनऊ जंक्शन से जाने वाली मुंबई व दिल्ली की ट्रेनों का भी रहा। वहीं सीटों की किल्लत से जूझ रहे पैसेंजर तत्काल टिकटों केलिए आरक्षण केंद्रों पर पहुंचे, लेकिन सिर्फ चार सौ यात्रियों को ही राहत मिल सकी।
दरअसल, होली के बाद दिल्ली, मुंबई, हावड़ा रूट के स्टेशनों के यात्रियों की भीड़ शुक्रवार से उमडऩी शुरू हो गई थी। इसके बाद रविवार को खासी भीड़ रही। दिल्ली रूट की गोरखधाम, लखनऊ मेल, वैशाली, सप्तक्रांति, फैजाबाद दिल्ली, काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस आदि ट्रेनों में जहां लोगों का हुजूम उमड़ा। वहीं मुंबई जाने वाले यात्रियों की भीड़ पुष्पक, कुशीनगर एक्सप्रेस, एलटीटी गोरखपुर, अवध एक्सप्रेस आदि में रही। रविवार को करीब चार सौ यात्रियों को तत्काल की सीटें मिल सकीं।
आरक्षण केंद्रों में रही सतर्कता
आरक्षण केंद्रों पर दलालों की रोकथाम के लिए सीसी कैमरे से लेकर आरपीएफ के अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया था। साथ ही उत्तर रेलवे प्रशासन की ओर से रेलवे अधिकारियों को भी तैनात किया गया था, ताकि यात्रियों को दिक्कतें न हों और दलालों पर अंकुश लगाया जा सके। विजिलेंस के अधिकारी भी लगातार निगरानी बनाए हुए थे।