Move to Jagran APP

ट्रेनों में उमड़ी वापसी यात्रियों की भीड़, इस बार भी रेलवे के इंतजाम नाकाफी

लखनऊ मेल एसी एक्सप्रेस शताब्दी काशी के वीआइपी कोटा करने में छूटा पसीना। हर बार की तरह इस बार भी इंतजाम नाकाफी रहे वेटिंग वाले यात्री हुए परेशान।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sun, 24 Mar 2019 09:53 PM (IST)Updated: Tue, 26 Mar 2019 08:41 AM (IST)
ट्रेनों में उमड़ी वापसी यात्रियों की भीड़, इस बार भी रेलवे के इंतजाम नाकाफी
ट्रेनों में उमड़ी वापसी यात्रियों की भीड़, इस बार भी रेलवे के इंतजाम नाकाफी

लखनऊ, जेएनएन। एक बार फिर होली में रेलवे द्वारा किए गए इंतजाम ऊंट के मुंह में जीरे के समान रहे। लखनऊ से दिल्ली जाने वाले तीन हजार से अधिक यात्रियों को बर्थ ही रेलवे उपलब्ध नहीं करा पाया। जनरल टिकट व वेटिंग टिकट लेकर यात्रियों को सफर करना पड़ा। यही नहीं लखनऊ मेल, एसी एक्सप्रेस, शताब्दी, काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, गोरखधाम एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में वीआइपी कोटा देने में वाणिज्यक अफसरों के पसीने छूट आए। कई वीआइपी यात्रियों को निराशा हाथ लगी। 

loksabha election banner

होली के बाद लौटने वालों की सबसे अधिक भीड़ रविवार को थी। कहने को कुछ ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए गए थे, लेकिन वह नाकाफी थे। वेटिंग वाले यात्रियों को रेलवे राहत देने में विफल रहा। कुछ यही हाल लखनऊ जंक्शन से जाने वाली मुंबई व दिल्ली की ट्रेनों का भी रहा। वहीं सीटों की किल्लत से जूझ रहे पैसेंजर तत्काल टिकटों केलिए आरक्षण केंद्रों पर पहुंचे, लेकिन सिर्फ चार सौ यात्रियों को ही राहत मिल सकी।

दरअसल, होली के बाद दिल्ली, मुंबई, हावड़ा रूट के स्टेशनों के यात्रियों की भीड़ शुक्रवार से उमडऩी शुरू हो गई थी। इसके बाद रविवार को खासी भीड़ रही। दिल्ली रूट की गोरखधाम, लखनऊ मेल, वैशाली, सप्तक्रांति, फैजाबाद दिल्ली, काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस आदि ट्रेनों में जहां लोगों का हुजूम उमड़ा। वहीं मुंबई जाने वाले यात्रियों की भीड़ पुष्पक, कुशीनगर एक्सप्रेस, एलटीटी गोरखपुर, अवध एक्सप्रेस आदि में रही। रविवार को करीब चार सौ यात्रियों को तत्काल की सीटें मिल सकीं।

आरक्षण केंद्रों में रही सतर्कता 

आरक्षण केंद्रों पर दलालों की रोकथाम के लिए सीसी कैमरे से लेकर आरपीएफ के अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया था। साथ ही उत्तर रेलवे प्रशासन की ओर से रेलवे अधिकारियों को भी तैनात किया गया था, ताकि यात्रियों को दिक्कतें न हों और दलालों पर अंकुश लगाया जा सके। विजिलेंस के अधिकारी भी लगातार निगरानी बनाए हुए थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.